सामूहिक दुष्कर्म कांड के फरार आरोपित ने किया सरेंडर, जेल West Champaran News
पांच आरोपितों को तीन दिनों की रिमांड पर लेगी पुलिस। कांड की जांचकर्ता महिला थानाध्यक्ष ने कोर्ट में दी अर्जी। शुक्रवार को गिरफ्तार चालक से पुलिस ने की लंबी पूछताछ।
पश्चिम चंपारण, जेएनएन। बालिका गृह की पूर्व संवासिन से हुए सामूहिक दुष्कर्म कांड में फरार चौथे नामजद आरोपित दीनानाथ ने पुलिस की बढ़ती दबिश के कारण शुक्रवार शाम कोर्ट में सरेंडर कर दिया। बाद में उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। अब इस मामले में पहले से जेल भेजे गए नामजद आकाश, साजन और कुंदन के अंशु व राजकुमार को पुलिस तीन दिनों की रिमांड पर लेगी। इसके लिए कांड की जांचकर्ता महिला थानाध्यक्ष पूनम कुमारी ने पॉक्सो एक्ट के विशेष न्यायाधीश दिग्विजय कुमार के कोर्ट में अर्जी दी है। उन्होंने साफ किया कि मामला गंभीर है। इसके पर्दाफाश के लिए पांचों आरोपितों से विशेष पूछताछ जरूरी है।
बयान बदल रहा चालक
शुक्रवार की शाम गिरफ्तार चालक दीपक कुमार से भी लंबी पूछताछ की गई। उसने कई चौंकाने वाले तथ्यों की जानकारी दी। चालक ने पुलिस को बताया कि पीडि़ता दोस्त संग हंसती और मोबाइल पर बात करती हुई घर से निकली। तीन घंटे बाद घर लौटी और स्कॉर्पियो से उतरी तो रो रही थी। एसपी जयंत कांत ने बताया कि चालक बार - बार बयान बदल रहा था। हालांकि, उसके बयान को पुलिस अभी पूरी तरह सत्य नहीं मान रही है। लेकिन, चालक के बयान को जांच के दायरे में रखा गया है। मामले में सारे तथ्य सामने आ चुके हैं। नामजद सभी आरोपितों समेत अन्य की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। चालक का बयान दर्ज किया जा रहा है। उसके बयान की सत्यता की जांच हो रही है।
मामले में आया ओमप्रकाश का नाम
चालक ने बताया कि ओमप्रकाश नामक एक युवक ने फोन कर उससे आधे घंटे के लिए स्कॉर्पियो बुक कराई थी। इस वजह से बगैर मालिक को सूचित किए स्कॉर्पियो लेकर शहर के एक चौराहे पर पहुंचा। उसके बयान की सच्चाई जानने के लिए पुलिस ओमप्रकाश को खोज रही है। ताकि, यह जानकारी मिले कि ओमप्रकाश को स्कॉर्पियो बुक कराने के लिए किसने कहा था। हालांकि पहले से चौराहे पर खड़े तीन युवकों में ही किसी ने स्कॉर्पियो की बुङ्क्षकग कराई होगी। क्योंकि, उन्हें मालूम था कि इसी चौराहे पर स्कॉर्पियो आने वाली है।
तीन युवक आकर गाड़ी में बैठे
चालक ने बताया कि गत 13 सितंबर की रात 8:30 बजे चौराहे पर तीन युवक आकर स्कॉर्पियो में बैठे। एक युवक चालक के बगल में बैठा। दो युवक बीच वाली सीट पर बैठ गए। गाड़ी कुछ ही दूरी पर आगे बढ़ी थी तो सामने से एक युवक के साथ पीडि़ता मोबाइल पर बात करती हुई आई। इसके बाद स्कॉर्पियो की बीच वाली सीट पर युवक संग बैठ गई। बीच वाली सीट पर सवार एक युवक पीछे चला गया।
आप उतरिए, हमलोगों को प्राइवेट बात करनी है
चालक ने कहा कि चौराहे से बढ़ी स्कॉर्पियो शहर के बाहर पहुंची। सुनसान जगह पर एक युवक ने गाड़ी रोकने के लिए कहा। चालक अभी गाड़ी को ब्रेक लगाया ही था कि पीछे वाली सीट से एक अन्य युवक की आवाज आई। भाई साहब, आप उतरिए हम लोगों को प्राइवेट बात करनी है। चालक सड़क किनारे स्कॉर्पियो को पार्क कर खुद उतरकर कुछ दूर चला गया। पीछे मुड़कर देखा तो दो अन्य युवक भी गाड़ी से उतर कर आ रहे थे। कुछ दूरी पर तीनों सिगरेट पीने लगे। 20 मिनट बीता होगा कि गाड़ी में बैठे दोनों युवक बाहर आ गए और सिगरेट पी रहे दोनों युवक पुन: गाड़ी में चले गए।
बाइक से पहुंचे थे दो युवक
सुनसान जगह पर स्कॉर्पियो खड़ी थी। शीशा बंद था। बाहर में दो युवक सिगरेट पी रहे थे। तभी एक बाइक पर सवार होकर दो युवक आए और गाड़ी में सवार युवकों से बात की। फिर वापस लौट गए। इसका साक्ष्य सीसीटीवी फुटेज में भी मिला है।
सबसे पहले स्कॉर्पियो से उतरी पीडि़ता
करीब एक घंटे के बाद स्कॉर्पियो पर पीडि़ता समेत चारों युवक सवार हुए और पुन: वापस लौट आए। रास्ते में पीडि़ता ने किसी से भी कोई बात नहीं की। गाड़ी में म्यूजिक बज रहा था। गाड़ी के साइड मिरर से पीडि़ता दिख रही थी। वह मायूस थी। सबसे पहले पीडि़ता ही स्कॉर्पियो से उतरी। इस दौरान वह रो रही थी।