Bihar flood: बाढ़ का विकराल रूप, भूख से बिलबिला रहे बच्चे, बेजुबानों के भी पेट खाली
Bihar flood दरभंगा के हायाघाट की पश्चिमी विलासपुर पंचायत के कई इलाके के लोगों ने ऊंचे स्थानों पर बनाया अस्थाई ठिकाना प्रशासनिक स्तर दिए जानेवाले राहत का इंतजार।
दरभंगा, [कामदेव] । हायाघाट प्रखंड की पश्चिमी विलासपुर पंचायत के कई गांव के लोगों ने अकराहा पुल, रेलवे मुंडा पुल के पास, व अकराहा, सिरनियां तटबंध पर शरण ले रखा है। राहत के नाम पर इन्हें अबतक सरकारी आश्वासन मिला है। बच्चे भूखे हैं। बुजुर्ग व जवान भी भूख से बिलबिला रहे हैं।
बारिश बाढ़ के जख्म को कर रहा हरा
अकराहा पुल पर घर छोड़कर रह रहे अकराहा दक्षिणी गांव के लोगों ने जो कहा वह बड़ा दर्दनाक था। बूढ़ी काया लिए महिला तारा देवी सोनिया देवी, पूनम देवी, कौशल्या देवी बताती हैं - बच्चे भूख से बिलबिला रहे हैं। पीने के पानी की समस्या है। भोजन-पानी मिलता नहीं। उपर से आसमान से होनेवाली बारिश ने भी बेड़ा गर्क कर रखा है।
घर दहि गेलै, सड़क पर गइलये
ग्रामीण हितलाल सहनी, महेश्वर यादव, सरयुग सहनी, रामचन्द्र यादव, बहादुर सहनी, लालबाबू सहनी, बलदेव सहनी, रामउदगार सहनी, नंदलाल सहनी, लालू सहनी,विष्णुदेव सहनी जिमेदार यादव आदि कहते हैं - घर दहि गेलै सड़क पर आ गइलये। अब केना होतई हे राम। ग्रामीणों की पीड़ा थी कि घर से अनाज नहीं ले पाए। घर में अपना अनाज सड़क रहा। रोजगार मिल नहीं रहा। अब बच्चे और मवेशी हम सबके साथ भूखों मर रहे हैं।
मवेशियों के लिए चारे तक का इंतजाम नहीं
बताया गया है कि बाढ़ के पानी से नया टोला, घरारी, सरायहामिद, अकराहा, मोहम्मदपुर सिरनिया गांवों की बड़ी आबादी प्रभावित हुई है। आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। गांव में वे ही लोग हैं, जिनका घर ऊंचा है। या फिर जिन्होंने ऊंचे स्थानों पर पहले से शरण ले रखा है। घर छोड़कर आए लोगों के सामने बच्चे और बेजुबान मवेशियों के लिए चारा का इंतजाम कठिन हो गया है। प्राशनिक अधिकारियों ने मौन साध रखा है।