Lockdown: वीटीआर के जंगल से निकलकर घर में घुसा 12 फीट लंबा किंग कोबरा, मची अफरातफरी
वीटीआर के जंगल से निकला कोबरा। एक घंटे की मशक्कत के बाद वन विभाग की टीम ने पकड़ा। एक बार भोजन करने के बाद दो साल तक जीवित रह सकता है कोबरा।
पश्चिम चंपारण, जेएनएन। लाॅक डाउन के बीच वीटीआर से निकला एक किंग कोबरा एक व्यक्ति के घर में घुस गया। जिससे अफरातफरी मच गई। काफी मशक्कत के बाद वन विभाग की टीम उसको पकड़कर अपने साथ ले गई।
वाल्मीकिनगर थाना क्षेत्र के लवकुश घाट निवासी नान्हू यादव के परिवार के सदस्यों की सांसें तब अटक गई, जब उनके घर में फन उठाए किंग कोबरा दिखाई दिया। घरवालों ने किसी तरह घर से भाग कर जान बचाई।
गृह स्वामी ने बताया कि सुबह करीब आठ बजे एक किंग कोबरा उनके घर में घुस आया था।
उसे देख कर घर में मौजूद लोगों में अफरातफरी मच गई। वे किसी तरह घर से बाहर निकल कर अपनी जान बचाई। उन्होंने वन विभाग को इसकी सूचना दी। जिसके बाद सांपों को पकड़ने वाले वनकर्मी मौके पर पहुंचे। करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद उन्होंने इस विशेष प्रजाति के 12 फीट लंबे किंग कोबरा को काबू में किया।
इस बाबत वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के रेंजर महेश प्रसाद ने बताया कि यह किंग कोबरा की एक विशेष प्रजाति है, जो बेहद खतरनाक है। जानकारों की मानें तो कोबरा के पास करीब 500 मिलीग्राम जहर की मात्रा होती है। इनके कांटने से एक हाथी की भी मौत हो सकती है। कोबरा भी अन्य सांपों की तरह घोंसले बनाते हैं और उनमें अपने अंडे देते हैं। और अपने अंडों की रक्षा करते हैं।
कोबरा कई दिनों या महीनों तक बिना भोजन के रह सकते हैं। एक बार भर पेट भोजन करने के बाद किंग कोबरा करीब दो साल तक जीवित रह सकता है।इनका जहर अगर आंखों में चला जाए तो सही इलाज ना मिलने से आंखों की रोशनी भी जा सकती है। इनका जहर न्यूरोटॉक्सिक होता है। इसका जहर सीधे तंत्रिका तंत्र पर असर करता हैए जिससे शरीर में गंभीर दर्द होता है और चक्कर आने लगते हैं, सही समय पर इलाज न मिलने पर व्यक्ति कोमा में चला जाता है और फिर जल्द ही उसकी मौत हो जाती है।