जिले में मिले 83 कोरोना पॉजिटिव, 21 ने वायरस से पाई मुक्ति, एक की मौत
जिले मे बुधवार को 83 कोरोना पॉजिटिव मिलेजबकि पूर्व के 21 संक्रमितों ने वायरस से मुक्ति पा ली और स्वस्थ हुए। वहीं एक संक्रमित की मौत हो गई। एसीएमओ डॉ. विनय कुमार शर्मा ने बताया कि अब हल्के लक्षण वाले संक्रमित जिनके घर पर आइसोलेशन की व्यवस्था नहीं होगी उनको भी कोविड केयर सेंटर पर रखा जाएगा।
मुजफ्फरपुर । जिले मे बुधवार को 83 कोरोना पॉजिटिव मिले,जबकि पूर्व के 21 संक्रमितों ने वायरस से मुक्ति पा ली और स्वस्थ हुए। वहीं एक संक्रमित की मौत हो गई।
एसीएमओ डॉ. विनय कुमार शर्मा ने बताया कि अब हल्के लक्षण वाले संक्रमित जिनके घर पर आइसोलेशन की व्यवस्था नहीं होगी उनको भी कोविड केयर सेंटर पर रखा जाएगा। उधर, आरडीजेएम मेडिकल कॉलेज तुर्की के लिए आठ चिकित्सकों का पैनल बनाया गया है। वहां एलोपैथ व आयुष दोनों चिकित्सक पाली के हिसाब से सेवा देंगे।
एसकेएमसीएच के प्राचार्य डॉ. विकास कुमार ने बताया कि उनके यहां 192 नमूना की जांच हुई। इनमें 34 पॉजिटिव मिले। इधर जिला संचारी रोग पदाधिकारी सह कोरोना के नोडल अधिकारी डॉ. अमिताभ सिन्हा ने बताया कि सदर अस्पताल से लेकर पीएचसी तक जांच में 49 पॉजिटिव मिले हैं।
शव को सौंपने में परेशानी :
एसकेएमसीएच में शहर के कोरोना पॉजिटिव की मौत के बाद उसके स्वजन शव छोडकर तत्काल चले गए। प्राचार्य डॉ. विकास कुमार ने बताया कि बाद में शव को अस्पताल की व्यवस्था से पैक कराकर स्वजन को सौंपा गया।
आशा करेंगी आंदोलन :
आशा महासंघ की बैठक संघ भवन मे हुई। इसमें छह से नौ अगस्त तक आंदोलन का निर्णय लिया गया। आशा संघ की सचिव अनीता शर्मा ने बताया कि लंबित मानदेय के भुगतान को लेकर छह से आठ अगस्त तक धरना व प्रदर्शन चलेगा। नौ को जेल भरो आंदोलन होगा। बैठक में संघ अध्यक्ष नसीमा खातून, पुनीता पांडेय, रिकू कुमारी, उषा कुमारी, साधना ठाकुर आदि मौजूद थीं।
संक्रमण की आशंका पर सड़क जाम कर किया प्रदर्शन :
साहेबगंज थाना क्षेत्र के डालडा चौक रोड स्थित वैशाली कैनाल नहर के पास संक्रमित का शव दफनाने को लेकर नगर पंचायत वार्ड नं. 5 के ग्रामीणों ने इंद्रदेव चौक के पास मोतीपुर मार्ग को जाम कर दिया। टायर जलाकर प्रदर्शन करते हुए प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। ग्रामीणों ने बताया कि वार्ड नंबर 12 में एक संक्रमित मरीज की मौत बीते रविवार को हो गई थी। रात में प्रशासन ने वैशाली कैनाल नहर के पास जमीन में शव दफना दिया और कब्र की खुदाई मानक से बहुत कम की गई। इससे शव जमीन के ऊपर दिखने लगा। ऐसी स्थिति में संक्रमण का खतरा बना है। ग्रामीणों का कहना था कि दफनाए गए शव के ऊपर फिर से मिट्टी डाली जाए और आसपास के गांवों को सैनिटाइज कराया जाए। सूचना पर दारोगा सुनील कुमार श्रीवास्तव व सीओ राकेश कुमार पहुंचे। सीओ के मांगें पूरी किए जाने के आश्वासन पर करीब चार घंटे बाद लोग शांत हुए। इसके बाद यातायात सुचारु हो सका।