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जिले के 726 स्कूलों का किया गया औचक निरीक्षण

एक ही समय में जिले के 726 स्कूलों का औचक निरीक्षण किया गया। बिना सूचना के अनुपस्थित शिक्षकों का वेतन रोकने का निर्देश दिया गया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 31 Aug 2018 10:53 AM (IST)Updated: Fri, 31 Aug 2018 10:53 AM (IST)
जिले के 726 स्कूलों का किया गया औचक निरीक्षण
जिले के 726 स्कूलों का किया गया औचक निरीक्षण

मुजफ्फरपुर । एक ही समय में जिले के 726 स्कूलों का औचक निरीक्षण किया गया। बिना सूचना के अनुपस्थित शिक्षकों का वेतन रोकने का निर्देश दिया गया। वहीं बंद विद्यालय के एचएम के वेतन बंद करते हुए जवाब-तलब किया गया। जिलाधिकारी के इस कदम से शिक्षकों में हड़कंप मचा है।

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बताया गया कि स्कूलों के समय पर नहीं खुलने की शिकायत बार-बार आ रही थी। शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूलों का निरीक्षण ईमानदारी से नहीं करते है। इस वजह से व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है। जिलाधिकारी ने एक ही समय में स्कूलों के निरीक्षण कराने का फैसला लिया। कार्रवाई को गोपनीय रखा गया था। आज औचक निरीक्षण के लिए 242 पदाधिकारियों की तैनाती की गई। प्रत्येक पदाधिकारियों को तीन-तीन स्कूलों की जिम्मेवारी दी गई थी। जिलाधिकारी ने स्पष्ट आदेश दिया कि सुबह 10.30 बजे तक ही निरीक्षण की कार्रवाई होगी। जिला शिक्षा अधिकारी ललन प्रसाद सिंह ने सराय सैयद अली बालिका उच्च विद्यालय, मध्य विद्यालय मझौलिया के अलावा सुस्ता स्कूल का निरीक्षण किया। इस दौरान करीब एक दर्जन शिक्षक अनुपस्थित रहे। शिक्षा विभाग के अलावा दूसरे विभाग के अधिकारियों को निरीक्षण में लगाया गया था। निरीक्षण के पल-पल की जानकारी डीएम ले रहे थे। वाट्सएप गु्रप में निरीक्षण व उपस्थिति पंजी का फोटो भेजा गया है। इसके अलावा निर्धारित प्रपत्र में जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को वाट्सएप व ईमेल पर भेजा गया है। बिना सूचना के अनुपस्थित शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण के प्रमुख बिंदु :

- स्कूल खुला या बंद

- चेतना सत्र हुआ या नहीं

- कितने शिक्षक अनुपस्थित

- बच्चों की संख्या

- स्कूलों के शौचालय की स्थिति

- कक्षाएं चल रही या नहीं। शिक्षा :लंबी डीसी या टॉप: एक ही समय में 726 स्कूलों का औचक निरीक्षण - बिना सूचना के अनुपस्थित शिक्षकों का वेतन स्थगित

- 242 पदाधिकारियों ने स्कूलों में की जांच

जासं, मुजफ्फरपुर : एक ही समय में जिले के 726 स्कूलों का औचक निरीक्षण किया गया। बिना सूचना के अनुपस्थित शिक्षकों का वेतन रोकने का निर्देश दिया गया। वहीं बंद विद्यालय के एचएम के वेतन बंद करते हुए जवाब-तलब किया गया। जिलाधिकारी के इस कदम से शिक्षकों में हड़कंप मचा है।

बताया गया कि स्कूलों के समय पर नहीं खुलने की शिकायत बार-बार आ रही थी। शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूलों का निरीक्षण ईमानदारी से नहीं करते है। इस वजह से व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है। जिलाधिकारी ने एक ही समय में स्कूलों के निरीक्षण कराने का फैसला लिया। कार्रवाई को गोपनीय रखा गया था। आज औचक निरीक्षण के लिए 242 पदाधिकारियों की तैनाती की गई। प्रत्येक पदाधिकारियों को तीन-तीन स्कूलों की जिम्मेवारी दी गई थी। जिलाधिकारी ने स्पष्ट आदेश दिया कि सुबह 10.30 बजे तक ही निरीक्षण की कार्रवाई होगी। जिला शिक्षा अधिकारी ललन प्रसाद सिंह ने सराय सैयद अली बालिका उच्च विद्यालय, मध्य विद्यालय मझौलिया के अलावा सुस्ता स्कूल का निरीक्षण किया। इस दौरान करीब एक दर्जन शिक्षक अनुपस्थित रहे। शिक्षा विभाग के अलावा दूसरे विभाग के अधिकारियों को निरीक्षण में लगाया गया था। निरीक्षण के पल-पल की जानकारी डीएम ले रहे थे। वाट्सएप गु्रप में निरीक्षण व उपस्थिति पंजी का फोटो भेजा गया है। इसके अलावा निर्धारित प्रपत्र में जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को वाट्सएप व ईमेल पर भेजा गया है। बिना सूचना के अनुपस्थित शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण के प्रमुख बिंदु :

- स्कूल खुला या बंद

- चेतना सत्र हुआ या नहीं

- कितने शिक्षक अनुपस्थित

- बच्चों की संख्या

- स्कूलों के शौचालय की स्थिति

- कक्षाएं चल रही या नहीं।


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