किर्गिजस्तान में फंसे पश्चिम चंपारण के 35 छात्रों को मिला खाना, तीन दिनों से थे भूखे
स्वजनों ने सांसद डॉ. संजय जायसवाल से लगाई थी गुहार। दैनिक जागरण ने प्रकाशित की थी खबर तो सक्रिय हुए अधिकारी।
पश्चिम चंपारण, जेएनएन। लॉकडाउन के कारण किर्गिजस्तान में फंसे में जिले के 35 मेडिकल छात्रों के पास एक सप्ताह की खाद्य सामग्री पहुंच चुकी है। शुक्रवार देर शाम भारतीय दूतावास और एशियन मेडिकल कॉलेज के अधिकारी छात्रों के पास पहुंचे और हाल जाना। एंबेसी के अधिकारी ने छात्रों को अपना मोबाइल नंबर भी दिया। कहा कि कोई परेशानी हो तो कॉल करें।
बेतिया शहर के शिवपुरी कॉलोनी निवासी जयप्रकाश कुमार कुशवाहा के तीन बच्चे किर्गिजस्तान के एशियन मेडिकल कॉलेज में पढ़ते हैं। बकौल, जयप्रकाश सांसद डॉ. संजय जायसवाल के प्रयास से बच्चों के पास खाना पहुंचा। बच्चे खुश हैं। कॉलेज प्रबंधन से भी मदद मिल रही है। दूतावास के अधिकारियों ने भी बच्चों का मनोबल बढ़ाया है। अब कोई दिक्कत नहीं है।
गौरतलब है कि एशियन मेडिकल कॉलेज, गैगेरिना स्ट्रीट कांत चुई किर्गिजस्तान में मेडिकल अंतिम वर्ष के छात्रों के फंसने से संबंधित खबर को दैनिक जागरण ने 28 मार्च 2020 के अंक में प्रकाशित किया था। छात्रों के स्वजनों की व्यथा सांसद तक पहुंचाई। इसके बाद सांसद ने प्रयास किया। भारतीय दूतावास में बात कर छात्रों के पास एक सप्ताह की खाद्य सामग्री की व्यवस्था कराई गई।
तीन दिनों से थे भूखे
बता दें कि 28 मार्च 2020 के अंक में प्रकाशित में बताया गया था कि लॉकडाउन में पश्चिम चंपारण जिले के 35 मेडिकल छात्र किर्गिजस्तान में फंसे हुए हैं। पिछले तीन दिनों से बगैर खाना खाए कमरे में कैद हैं। ये एशियन मेडिकल कॉलेज, गैगेरिना स्टीट्र कांत चुई, किर्गिजस्तान में मेडिकल अंतिम वर्ष के छात्र हैं। इनके लिए कॉलेज कैंपस में हॉस्टल की व्यवस्था नहीं है। कॉलेज कैंपस से दूर किराए का फ्लैट लेकर रहते हैं। एक फ्लैट में दो-तीन छात्र हैं। मार्केट पूरी तरह से लॉकडाउन है, घरों से निकलने की अनुमति भी नहीं है। आवश्यक सामान की आपूर्ति के लिए वहां की सरकार ने कोई व्यवस्था नहीं की है। इस वजह से इनके पास खाने-पीने का कोई सामान नहीं है। इन छात्रों के स्वजन ने पश्चिम चंपारण के सांसद डॉ. संजय जायसवाल से मदद की अपील की थी।