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एसकेएमसीएच पहुंचे मौसमी बीमारी के 33 मरीज, 11 की हालत गंभीर Muzaffarpur News

शिशु एवं मेडिसिन वार्ड मरीजों से भरे फर्श तक पर जगह नहीं मिल रही। 05 से सात दिन तक परेशान रहते हैं मरीज तत्काल एंटिबायोटिक नहीं लेने की सलाह।

By Ajit KumarEdited By: Published: Mon, 05 Aug 2019 09:44 AM (IST)Updated: Mon, 05 Aug 2019 09:44 AM (IST)
एसकेएमसीएच पहुंचे मौसमी बीमारी के 33 मरीज, 11 की हालत गंभीर Muzaffarpur News
एसकेएमसीएच पहुंचे मौसमी बीमारी के 33 मरीज, 11 की हालत गंभीर Muzaffarpur News

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। एसकेएमसीएच में मौसमी बीमारी से ग्रसित होकर 33 मरीज इमरजेंसी में पहुंचे। इनमें गंभीर रूप से बीमार 11 को भर्ती किया गया। एसकेएमसीएच के शिशु एवं मेडिसिन वार्ड मरीजों से भरे पड़े हैं। बेड की बात तो दूर, फर्श पर भी जगह नहीं मिलने से इलाज में भी परेशानी हो रही। एसकेएमसीएच के औषधि विभाग के वरीय चिकित्सक डॉ. शैलेंद्र कुमार, डॉ. आरएन सिंह एवं शिशु रोग विभाग के डॉ. यूसी विद्यार्थी व डॉ. जेपी मंडल ने बताया कि मौसम में बदलाव के समय वायरल का सर्वाधिक खतरा रहता है। यह बीमारी संक्रमण से होती है। इससे पीडि़त मरीज पांच से सात दिन तक परेशान रहता है। इसमें तत्काल एंटिबायोटिक नहीं लेनी चाहिए।

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वायरल बुखार के लक्षण 

- तेज बुखार व जोड़ों में दर्द, आंख लाल होना, नाक के पास खुजलाहट, गले में खराश, हल्की सर्दी व लगातार छींक आना।

बचाव के लिए करें ये उपाय

-साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें, बारिश में नहीं भीगे, ठंडे खाद्य पदार्थ से बचें। बाहर के खाने-पानी के उपयोग से बचें। पौष्टिक आहार लें। बुखार होने पर तत्काल चिकित्सक से परामर्श लें।

इस बारे में अधीक्षक डॉ एसके शाही ने कहा कि कुछ दिनों से वायरल बुखार से पीडि़त मरीज सर्वाधिक पहुंच रहे हैं। मेडिसिन एवं शिशु रोग विभाग के चिकित्सकों को अलर्ट कर दिया गया।  

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