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पश्चिम चंपारण में बाढ़ से बचने को खुद बांध की मरम्मत करने लगे चार गांवों के लोग

रामनगर के मदरहवा सेमरहनी नरकटिया व भुअरहवा के ग्रामीण आए आगे। पिछले दिनों हुई बारिश मसान भलुई और धमिनहां नदियों ने बढ़ा दिया खतरा श्रमदान व चंदे से बांधों की मरम्मत। इन नदियों पर बने तटबंध इस बार पहली बारिश में ही रेनकट का शिकार हो गए।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sat, 26 Jun 2021 08:59 AM (IST)Updated: Sat, 26 Jun 2021 08:59 AM (IST)
पश्चिम चंपारण में बाढ़ से बचने को खुद बांध की मरम्मत करने लगे चार गांवों के लोग
बगहा के सेमरहनी में नदी के किनारे तटबंधों की मरम्मत में जुटे ग्रामीण।

विभोर कुमार, गोबद्र्धना (पश्चिम चंपारण)।  जर्जर बांध की मरम्मत पर अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया तो चार गांवों के लोग खुद आगे आ गए। वे आपसी सहयोग से मिट्टी की भराई के साथ नदी के किनारे बांस और लकड़ी लगाकर तटबंध को मजबूत कर रहे। रामनगर प्रखंड के दोन इलाके में हर साल बरसात में भलुई, मसान और धमिनहा नदियां तबाही मचाती हैं। इन नदियों पर बने तटबंध इस बार पहली बारिश में ही रेनकट का शिकार हो गए। ग्रामीणों की मांग अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। इस पर भलुई नदी के किनारे बसे मदरहवा, मसान के किनारे बसे भुअरहवा और नरकटिया तथा धमिनहा नदी के किनारे बसे सेमरहनी गांव के ग्रामीण तीन दिन पहले खुद आगे आए। वे अपने-अपने क्षेत्र में तकरीबन एक हजार मीटर में जर्जर तटबंध को ठीक कर रहे हैं। बांध की मरम्मत में प्रतिदिन औसतन 80 ग्रामीण श्रमदान करते हैं। मिट्टी की भराई के साथ बोरियां भरकर रख रहे। कहीं-कहीं बांस-बल्ली और लकडिय़ों की मदद से बांध को मजबूत किया जा रहा। इसमें लगने वाला सामान ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से जुटाया है। 

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बरसात से बांध की ओर मुड़ गई नदी की धारा

मदरहवा के तिलकधारी महतो, सेमरहनी के बिरजू महतो व महेश उरांव ने बताया कि बीते साल बरसात में तटबंधों की स्थिति जर्जर हो गई थी। दो हफ्ते पहले हुई बरसात से भलुई और मसान की धारा बांध की ओर मुड़ गई। गांव को बचाने के लिए हमें कुदाल उठाना पड़ा। नरकटिया के जितेंद्र उरांव और भुअरहवा के सोनेलाल उरांव बताते हैं कि आपसी सहयोग से गांव को बचाने के लिए तटबंधों की मरम्मत की जा रही। बनकटवा करमहिया पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अनंत काजी का कहना है कि भुअरहवा में 60 घर, सेमरहनी में 55 घर और नरकटिया में 80 घर हैं। इन्हें बचाने के लिए जनसहयोग व श्रमदान से तटबंध की मरम्मत की जा रही। नौरंगिया पंचायत के मुखिया गौरीशंकर प्रसाद ने बताया कि मदरहवा में 50 घर हैं। यहां मनरेगा से निर्मित बांध का एक चौथाई भाग दरक गया है। इसकी मरम्मत की जा रही।

जल निस्सरण विभाग, बेतिया के सहायक अभियंता सचिन कुमार का कहना है कि वाल्मीकिनगर सांसद की पहल पर दोन के महुअवा, पचफेड़वा तथा बनकटवा गांवों में फ्लड फाइङ्क्षटग का काम चल रहा है। अन्य गांवों में कटाव की सूचना नहीं मिली है। अगर ऐसा है तो तटबंधों की मरम्मत की जाएगी।  


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