Third wave of corona in india: आज से सदर अस्पताल में 40 बेड कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध
Third wave of corona in india मातृ-शिशु अस्पताल (एमसीएच) को कोविड के इलाज के लिए किया गया तैयार। संक्रमित को बैंक रोड की ओर से अस्पताल में मिलेगी इंट्री बनाया गया अलग मार्ग। विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ रोस्टर तैयार मरीजों को मिलेगी राहत।
मुजफ्फरपुर, जासं। Third wave of corona in india: सदर अस्पताल में महिलाओं के प्रसव के लिए आधुनिक सुविधायुक्त बने मातृ-शिशु अस्पताल (एमसीएच) को खाली करा दिया गया है। अब एक बार फिर महिलाओं का पुराने महिला वार्ड में इलाज होगा। इस नए वार्ड में कोरोना मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जाएगा। सिविल सर्जन डॉ.एएसके चौधरी की अध्यक्षता में बैठक में इस पर सहमति बनी है।
सिविल सर्जन ने बताया कि शुक्रवार से कोविड अस्पताल को पहले चरण में 40 बेड के साथ शुरू किया जाएगा। प्रोटोकॉल के तहत संक्रमित का इलाज करने के लिए पूरी व्यवस्था तैयार है। चिकित्सकों का रोस्टर तैयार किया जा रहा है। पीएचसी से मेडिसिन विशेषज्ञ की टीम बुलाई जा रही है। कोरोना अस्पताल में 10 से अधिक डॉक्टरों को तैनात किया जाएगा। साथ ही टेक्नीशियन व अन्य कर्मियों की तैनाती की जाएगी।
बैंक रोड की ओर खोला रास्ता
कोरोना मरीज को अस्पताल में प्रवेश कराने के लिए बैंक रोड की ओर से रास्ता खोला गया है। इसके लिए सदर अस्पताल की चहारदिवारी तोड़ी गई है ताकि एंबुलेंस आसानी से कोरोना मरीजों को लेकर आ-जा सके। इस परिसर में नन कोविड मरीज की इंट्री नहीं होने दी जाएगी। जांच व उसके बाद इलाज की व्यवस्था एक तरफ रहेगी।
ये किया गया बदलाव
- पुराने वार्ड में महिलाओं का संस्थागत प्रसव व टीकाकरण होगा।
- कोरोना का टीकाकरण एईएस वार्ड के बगल में होगा।
- महिला व कोरोना वार्ड के लिए अलग-अलग जारी किया गया रोस्टर।
- जिसको घर में रहने की जगह नहीं होगी वैसे मरीज अल्पसंख्यक छात्रावास वाले कोविड केयर सेंटर पर रखे जाएंगे।
- सांस लेने में परेशानी होने वाले मरीजों को ग्लोकल अस्पताल में रखा जाएगा। वहां परेशानी बढ़ती है तो उनको एसकेएमसीएच या फिर सदर अस्पताल भेजा जाएगा।
सड़क पर पुरानी पीपीई किट, ग्लब्स, मास्क फेंकने से दहशत
गायघाट (मुजफ्फरपुर), संस : प्रखंड क्षेत्र के बखरी बहादुरपुर में इस्तेमाल की गई पीपीई किट, मास्क, ग्लब्स एवं जांच में उपयोग होने वाली सामग्री को देख ग्रामीणों में दहशत है। ग्रामीणों ने बताया कि किसी ने रात के अंधेरे में अस्पताल में उपयोग की गई किट एवं जांच कि समान मैठी पिलखी मार्ग पर पर फेंक दिया है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत थाने से की, लेकिन पुलिस ने कोई पहल नहीं की। ग्रामीणों ने बताया कि इससे संक्रमण फैलने की संभावना बन गई है। बहादुरपुर निवासी वार्ड सदस्य सोनू देवी, राकेश ठाकुर, छोटू कुमार, कुशेश्वर राय एवं सोनू कुमार ने बताया कि इसके गंध से बाहर एवं खेत खलिहान में निकालना मुश्किल हो गया है। आशंका है कि निजी लैब व निजी अस्पताल द्वारा इस्तेमाल किया गया कचरा सड़क पर फेंका गया है।