West Champaran: अब किसानों को गन्ना की बिक्री करना हुआ आसान, एक सप्ताह में बैंक खाते में भुगतान
West Champaran 2000 की संख्या वाली जीविका समूह की कंपनी करेगी सदस्य किसानों से खरीदारी एक सप्ताह के अंदर खाते में होगा राशि का भुगतान 10 लाख पूंजी से सबल जीविका महिला किसान उत्पादक कंपनी लिमिटेड अगले मौसम से करेगी शुरुआत
पश्चिम चंपारण, जासं। अब जिले के गन्ना किसानों को अपने उत्पादों की बिक्री एवं इसका मूल्य प्राप्त करना आसान हो जाएगा। कुल गन्ना का भुगतान उनके खाते में एक सप्ताह के अंदर ही हो जाएगा। उन्हें गन्ना लेकर चीनी मिल गेट पर भी नहीं जाना पड़ेगा, बल्कि उनके खेत से ही गन्ना की खरीदारी कर ली जाएगी। यह सब मझौलिया की सबल जीविका महिला किसान उत्पादक कंपनी लिमिटेड की पहल पर होगा। इस कंपनी का निबंधन भारत सरकार के वाणिज्य एवं कंपनी मामले मंत्रालय से हो गया है।
कंपनी के निदेशक मंडल में दस-दस हजार रुपये के योगदान से दस जीविका दीदियों को शामिल किया गया है। जबकि इसके पांच-पांच सौ रुपये से 2 हजार दीदी शेयरधारक बनाई गई हैं। पहले चरण में यह कंपनी गन्ना एवं धान पर काम करेगी। फिर इसका दायरा बढ़ाया जाएगा। कंपनी का कार्य क्षेत्र समस्त पश्चिम चंपारण रखा गया है। शरुआती साल में कृषि उत्पादों की खरीदारी केवल जीविका दीदी समूह के किसानों से की जाएगी, जिसे बढ़ाकर गैर जीविका किसानों तक विस्तृत कर दिया जएगा। अब जीविका दीदियों की स्वयं की कंपनी हो गई है और वे बिचौलियों के चंगुल से स्वतंत्र हो जाएंगी।
हर साल नया फसल को किया जाएगा शामिल
इस कंपनी पर कार्य कर रहे प्रबंधक संतोष कुमार ने बताया कि जीविका सदस्य किसानों को उनके कृषि उत्पादों का वाजिब लाभ पहुंचाने के लिए हर साल नई फसलों को जोड़कर खरीद बिक्री करेगी। कंपनी गुड़ बनाकर उसमें औषधीय गुणों को जोडते हुए इसे पैकेंकिंग कर बाजार में बिक्री करेगी। इसके अलावा बड़े-बडे बाजार से जुड़कर अपना काम करेगी। वहीं गंडक पार वाले चार प्रखंडों पिपरासी, मधुबनी, भितहां एवं ठकराहां में केला की खरीद बिक्री के साथ -साथ वैल्यू एडीशन का काम करेेगी। इसके अलावा किसानों को कृषि इनपुट जैसे धान, मक्का, गेहूं, सब्जी के बीच एवं खाद भी सदस्य किसानों को उपलब्ध कराएगी।
- कृषि के क्षेत्र में जीविका दीदियों के द्वारा बनाई गई यह जिले की पहली कंपनी होगी, जो गन्ना एवं धान की खरीदारी से अपने कार्य की शुरुआत करेगी। इससे सदस्य किसानों को अपने कृषि उत्पादों का वाजिब मूल्य मिलेगा। इनमें वैल्यू एडीशन कर पैकेजिंग करने से जीविका दीदियों का व्यवसाय भी बढ़ेगा।
अविनाश कुमार, जिला कार्यक्रम प्रबंधन, जीविका मिशन, पश्चिम चंपारण