शिक्षकों व विद्यार्थियों को नहीं रहा कोरोना का डर
कोरोना काल में उच्च विद्यालयों में हो रही नौवीं की परीक्षा में शामिल विद्यार्थी व शिक्षक इस बीमारी से पूरी तरह बेखौफ हो गए हैं।
मुजफ्फरपुर : कोरोना काल में उच्च विद्यालयों में हो रही नौवीं की परीक्षा में शामिल विद्यार्थी व शिक्षक इस बीमारी से पूरी तरह बेखौफ हो गए हैं। इसकी बानगी मुशहरी प्रखंड के द्वारिकानगर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में देखने को मिली जहा नौवीं की परीक्षा चल रही है। परीक्षा दे रहे छात्रों या छात्राओं ने मास्क तक नहीं लगाए थे। एक बेंच पर चार बच्चे बैठ कर परीक्षा देते देखे गए। छात्रों को समझाने की बात तो दूर, शिक्षकों ने भी मास्क नहीं लगा रखा था। इस संबंध में प्रधानाचार्य उमेश कुमार ने बताया कि क्या करें, यहा बच्चों की संख्या काफी अधिक है। सभी को बैठने के लिए न तो कमरा है और न डेस्क- बेंच। किस परिस्थिति में परीक्षा का संचालन कर रहे हैं, हम ही जान रहे हैं। यहां छात्रों की संख्या 622 है तो छात्राओं की संख्या 772 है। कमरा मात्र पाच है। शिक्षकों की संख्या 30 है। कभी- कभी तो उपस्थिति दर्ज कर बच्चों को वापस करना पड़ता है। मास्क के संबंध में बताया कि मात्र 500 पीस ही मिला था जिसका वितरण कर दिया गया। सकरा : प्रखंड के माध्यमिक विद्यालयों में नौवीं की परीक्षा कोविडगाइडलाइन के अनुसार नहीं चल रही है। एक बेंच पर पाच से छह बच्चे बैठकर परीक्षा दे रहे हैं। बलिराम उच्च विद्यालय सकरा में नामांकित 555 बच्चों 523 बच्चे परीक्षा देने के लिए आते हैं। दो चार बच्चों को छोड़कर बच्चे बिना मास्क के ही उपस्थित थे। प्राचार्य ओम प्रकाश का कहना है कि बच्चों को मास्क लगाने की सख्त हिदायत दी गई है, लेकिन वे लोग लगाकर आना नहीं चाहते हैं। उधर, माध्यमिक विद्यालय मोहम्मदपुर बनवारी में वरीय अधिकारी के आदेश का हवाला देकर मेन गेट बंद कर दिया गया। हालाकि, बीईओ अरुण कुमार ने कहा कि विद्यालय में मीडियाकर्मी को जाने की आजादी है। किसी तरह की रोक नहीं लगाई गई है। यदि विद्यालय प्रशासन द्वारा ऐसा कहा जाता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। हर हाल में कोविड गाइडलाइन के अनुसार ही परीक्षा संचालित करें।