West Champaran Crime : पुलिस बनकर करते थे ठगी, फिर पुलिस ने ऐसा जाल बिछाया कि...
भारतीय स्टेट बैंक की हरिनगर शाखा से 50 हजार रुपये की निकासी कर घर वापस लौट रहे एक शख्स से नकली पुलिस बने शातिरों ने 50 हजार रुपये ठग लिए। फिर पुलिस ने अपना जाल बिछाकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद बड़े गिरोह के पर्दाफाश की संभावना है।
पश्चिम चंपारण (बगहा), जागरण संवाददाता। रामनगर थाना क्षेत्र में पुलिस बनकर ठगी करने वाले गिरोह के दो शातिरों को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से 50 हजार रुपये, दो मोबाइल व बाइक भी बरामद की गई है।
बैंक से रुपये निकालकर लौटने के क्रम में हुई घटना :
इस संबंध में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अर्जुन लाल ने बताया कि बीते 20 फरवरी को चरघरवा गांव निवासी रामस्वरूप यादव के पुत्र दर्शन यादव भारतीय स्टेट बैंक की हरिनगर शाखा से 50 हजार रुपये की निकासी कर घर वापस लौट रहे थे। इसी क्रम में रास्ते में मिल हजारी के पास ट्रक के पास मौजूद पुलिस की वर्दी पहने युवकों ने दर्शन को पकड़ लिया। पुलिस की वर्दी पहने उन युवकों ने उनसे पूछताछ शुरू कर दी। इस तरह अचानक पूछताछ किए जाने से दर्शन डर गए। उसी क्रम में उनके कुर्ते की जेब से उन युवकों ने पैसे व पासबुक निकाल लिए औरा उनवसे कहा कि जेब में रुपये ऐसे नहीं रखते हैं। फिर पैसे व पासबुक को उनकी धोती में बांध दिया। घर लौटने पर जब वे अपनी धोती से रुपये निकालने लगे तो पाया कि धोती में केवल पासबुक ही है, रुपये नदारद हैं।
जाल बिछाकर पुलिस ने शातिरों को पकड़ा :
इस घटना की जानकारी मिलने के बाद भारतीय स्टेट बैंक की हरिनगर स्थित शखा के इर्द -गिर्द पुलिस ने जाल बिछाया। इस कार्य के लिए स्पेशल तौर पर एएसआइ विनोद कुमार को लगाया गया। वे प्रतिदिन आने-जाने वालों की मॉनिटरिंग करने लगे। उस क्रम में सीसीटीवी फुटेज में बेतिया के बानूछापर थाना क्षेत्र के शिवटोला अवरहिया निवासी रवींद्र बिना काम के बैंक में कई बार-बार आता जाता दिखाई दिया। उसे शुक्रवार की शाम पकड़ लिया गया। फिर उसकी निशानदेही पर मुफस्सिल थाना क्षेत्र के जैनी टोला निवासी अजय ठाकुर के घर पर छापेमारी कर उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया। तलाशी के दौरान उसके घर में रखे चावल के ड्रम से 50 हजार रुपये मिले। साथ ही घटना में इस्तेमाल बाइक, दो मोबाइल, आधार कार्ड जब्त किए गए।
कई थानों की पुलिस को थी इन शातिरों की तलाश :
रामनगर में ठगी की घटना में गिरफ्तार शातिरों को मझौलिया थाना, शिकारपुर व बगहा की भी पुलिस को तलाश थी। एसडीपीओ ने बताया गिरोह में शामिल अन्य बदमाशों की भी तलाश की जा रही है। वहीं इस कांड के अनुसंधानकर्ता एएसआइ विनोद कुमार ने बेहतर कार्य किया है। इनको पुरस्कृत करने के लिए अनुशंसा की जाएगी।