BRA Bihar University Muzaffarpur : 25 हजार छात्रों का आवेदन निरस्त होने की जांच शुरू, अधिकारियों ने की बैठक
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के 40 से अधिक कॉलेजों में बिना संबद्धता के ही स्नातक पार्ट वन सत्र 2019-22 में नामांकन लेने वाले 25 हजार छात्रों के परीक्षा फॉर्म का आवेदन कैंसल कर दिया गया। अब कुलपति की ओर से गठित कमेटी इस मामले की जांच कर रही है।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के 40 से अधिक कॉलेजों में बिना संबद्धता के ही स्नातक पार्ट वन सत्र 2019-22 में नामांकन की जांच शुरू हो गई है। बुधवार को कुलपति की ओर से गठित कमेटी की बैठक प्रतिकुलपति कार्यालय में बुलाई गई। बैठक के दौरान इस नामांकन से जुड़ी फाइलों को मंगाया गया। अधिकारियों को इसका निरीक्षण करना है। प्रतिकुलपति ने बताया कि कमेटी की बैठक में ग्राउंड रियलिटी जांचने और नियम-परिनियम को लेकर अधिकारियों से वार्ता हुई। इसके बाद ही निर्णय लिया जाएगा।
छात्र-छात्राओं का ऑनलाइन हुआ था नामांकन, ऑफलाइन लिया था उनका दाखिला :
सत्र 2019-22 में विवि की ओर से स्नातक में नामांकन की प्रक्रिया ऑनलाइन ही हुई थी। लेकिन जिन 40 कॉलेजों ने बिना संबद्धता के नामांकन लिया गया हैउनमें बिना अनुमति लिए ही 25 हजार से अधिक छात्रों का ऑफलाइन मोड में दाखिला लिया गया था। इन छात्रों का रजिस्ट्रेशन भी हो गया।
परीक्षा फॉर्म भरने के समय वेबसाइट से हटा दिया गया नाम :
परीक्षा फॉर्म भरने के समय परीक्षा विभाग की ओर से जांच के क्रम में इन कॉलेजों को संबंधन नहीं मिलने पर इनका नाम वेबसाइट से हटा दिया गया। इसमें से काफी छात्र-छात्राएं परीक्षा फॉर्म भर चुके थे। इन्हें अब आवेदन निरस्त हो जाने का मैसेज मिला है। इससे उनकी परेशानी काफी बढ़ गई है। वहीं विभाग की ओर से कहा गया है कि 10 दिनों के भीतर इनका पैसा लौटा दिया जाएगा। वहीं विवि की ओर से गठित कमेटी ने इसकी जांच शुरू कर दी है।
रजिस्ट्रेशन सेक्शन में क्यों नहीं हुई जांच, उठ रहे सवाल :
25 हजार छात्र-छात्राओं के परीक्षा से वंचित होने का खतरा मंडराने के बाद विवि के रजिस्ट्रेशन सेक्शन की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैंं। कहा जा रहा है कि इस शाखा की ओर से रजिस्ट्रेशन से पहले कॉलेजों की संबंद्धता क्यों नहीं जांची गई।