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श‍िवहर में NCC कैडेटों ने राष्ट्र की सुरक्षा और मानवता की रक्षा का लिया संकल्प, प्रश‍िक्षण हुआ समाप्‍त

NCC Training in Sheohar प्रशिक्षण में एनसी कैडेटों को दिया गया सेवाभाव का संकल्प। कलावती जियालाल उच्च विद्यालय में आयोजित एनसीसी कैडेटों के प्रशिक्षण का समापन। इस दौरान 50 कैडेटों को को मानवता की रक्षा और राष्ट्र की सुरक्षा और सेवा की सीख दी गई।

By Murari KumarEdited By: Published: Wed, 13 Jan 2021 04:14 PM (IST)Updated: Wed, 13 Jan 2021 04:14 PM (IST)
श‍िवहर में NCC कैडेटों ने राष्ट्र की सुरक्षा और मानवता की रक्षा का लिया संकल्प, प्रश‍िक्षण हुआ समाप्‍त
शिवहर परेड में शामिल एनसीसी कैडेट ।

शिवहर, जागरण संवाददाता। प्रखंड के कलावती जियालाल उच्च विद्यालय में एनसीसी टू बिहार बटालियन मुजफ्फरपुर के तत्वावधान में एनसीसी कैडेटों का प्रशिक्षण समाप्त हो गया। इस दौरान 50 कैडेटों को को मानवता की रक्षा और राष्ट्र की सुरक्षा और सेवा की सीख दी गई। प्रशिक्षण में एनसीसी कैडेटों को राष्ट्र सेवा के मंत्र सिखाए गए। बताया गया कि कैडेट का पहला कर्तव्य होता है कि जरूरत पड़ने पर राष्ट्र के लिए समर्पित भाव से काम करें। प्रशिक्षण शिविर में एनसीसी कैडेटों ने भारतीय संविधान की शपथ लेते हुए राष्ट्र के निर्माण और उन्नति में स्वयंसेवक के रूप में कार्य करने का भी संकल्प लिया।

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 प्रशिक्षण में गोरखा रेजिमेंट के हवलदार हेमलाल पांडे ने कहा कि एनसीसी का मुख्य उद्देश्य कैडेट्स में अनुशासन की भावना, ड्रेस पहनना, चलना फिरना, सीखना, मिल जुलकर कार्य करना, आदेशों को मानने की आदत डालना, कमांड कंट्रोल सीखना और आत्मबल का विकास करना है। कहा कि कैडेटों को राष्ट्र सेवा को सर्वोपरी मनाकर जीवन में आगे बढ़ना चाहिए।  एएनओ डॉ कामेश्वर मिश्रा ने बताया कि एनसीसी प्रशिक्षण से बच्चों में एकता, अनुशासन, उत्साह, साहस, समाज, राष्ट्र व मानवता की सेवा तथा राष्ट्रीयता की भावना का विकास होता है।

 साथ ही उन्हें तीनों सेनाओं एवं सभी निजी एवं सरकारी पारा मिलिट्री संगठन में बहाली में प्राथमिकता दिया जाता है। बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं में पांच से दस अंक का ग्रेस दिया जाता है। एनसीसी भारत की सबसे बड़ी संस्था है। एनसीसी को सेकंड लाइन आफ आर्मी कहा जाता है। 1971 की लड़ाई में एनसीसी ने दोयम दर्जे के लड़ाके के रूप में भूमिका निभाई थी।


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