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डीएमसीएच में सड़ गए मरीजों के लिए खरीदे गए नए ड्रेस, व्यवस्था बनी रही मौन

New dress became decomposed in DMCH डीएमसीएच के अधीक्षक ने कहा- तत्काल नहीं है पुराने के बारे में जानकारी नया खरीदने से पहले सरकार की अनुमति जरूरी। मरीजों को यहां ड्रेस नसीब नहीं होता और अस्पताल के स्टोर में सात साल पूर्व खरीदे गए मरीजों के ड्रेस रखे-रखे सड़ गए।

By Murari KumarEdited By: Published: Mon, 16 Nov 2020 10:54 AM (IST)Updated: Mon, 16 Nov 2020 11:34 AM (IST)
डीएमसीएच में सड़ गए मरीजों के लिए खरीदे गए नए ड्रेस, व्यवस्था बनी रही मौन
दरभंगा मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल की तस्वीर

दरभंगा, जेएनएन। दरभंगा मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में सरकार की योजनाएं तो लोगों की सुविधाओं के लिए आती हैं। लेकिन, यहां आने के साथ अव्यवस्था की शिकार होकर फेल हो जाती हैं। इसी कड़ी में शामिल है मरीजों को दिया जानेवाला ड्रेस। मरीजों को यहां ड्रेस नसीब नहीं होता और अस्पताल के स्टोर में सात साल पूर्व खरीदे गए मरीजों के ड्रेस रखे-रखे सड़ गए। अब वहां से उठाकर ड्रेस डीएमसीएच के एक कमरे में रख दिया गया है। प्रत्येक वार्ड की सिस्टर इंचार्ज के भंडार गृह में नया ड्रेस सड़ गया है। बिना पहनाएं ही नए ड्रेस सड़ गए। याद रहे कि सरकार ने मरीजों को नियमित तौर पर नए-नए ड्रेस पहनाकर बेड पर रखने का आदेश दिया था। ताकि, मरीजों को गंदे कपड़े के इंफेक्शन से बचाया जा सके। इतना ही नहीं ड्रेस से मरीज की पहचान हो सके। इस योजना को सफल बनाने के लिए डीएमसीएच के तत्कालीन प्रशासन ने पहल नहीं की और सरकार की यह योजना फेल हो गई। फिर भी अबतक नए ड्रेस की खरीद नहीं हो पाई है।

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वित्तीय वर्ष 2012-2013 में हुई थी खरीदारी 

तत्कालीन अस्पताल अधीक्षक ने सत्र 2012-13 में करीब दो हजार से अधिक मरीजों के लिए ड्रेस खरीदा था। इस काम पर करीब पांच लाख से अधिक की लागत आई थी। इस योजना की घोषणा सुनकर मरीजों और उनके स्वजनों के चेहरे खिल गए थे। विश्वास जगा था कि मरीजों को गंदा कपड़ा नहीं पहनना पड़ेगा। महिला व पुरुष मरीजों के लिए सूती का सफेद ड्रेस खरीदा गया था। इसमें पुरुष मरीजों के लिए कुर्ता - पायजामा और महिला मरीज के लिए साड़ीनुमा गाउन वाले ड्रेस की आपूर्ति हुई थी।

सिस्टर इंचार्जों को दिया ड्रेस

अस्पताल प्रशासन ने अधिकांश सिस्टर इंचार्जों को ड्रेस मुहैया करा दिया। इनमें मेडिसीन, सर्जरी, हड्डी, गायनिक आदि वार्डों के स्टोर रूम शामिल हैं। शेष ड्रेस को गायनिक वार्ड के एक रूम में रखकर ताला लगा दिया गया था। इस रूम में बरसाती पानी के झोंके और नमी के कारण सभी ड्रेस सड़ गए। फिर सड़े हुए ड्रेस को अन्य कमरे में रख दिया गया था। इसके पूर्व अधिकारियों के हड़काने पर कुछ दिनों तक यह व्यवस्था चली।

सरकारी आदेश के बाद होगी नई खरीद

अस्पताल के अधीक्षक ने बताया कि डॉ. मणिभूषण शर्मा ने बताया कि नए ड्रेस की खरीद सरकार से आदेश के बाद होगी। पहले के ड्रेस के बारे में तत्काल विशेष जानकारी नहीं है।

मामला मेरे पहले का है।


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