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पश्चिम चंपारण के इस नगर पंचायत में केवल VIP मोहल्लों में ही होती जलनिकासी की व्यवस्था, अन्य इलाके के लोग झेलते परेशानी

West Champaran News पश्चिम चंपारण जिले की बगहा नगर पंचायत की प्रशासनिक कुव्यवस्था के कारण जनता जलजमाव की भीषण समस्या झेलने को विवश हैं। प्रत्येक वर्ष बरसात में होने वाली इस समस्या का ठोस हल निकलता नहीं दिखता।

By Murari KumarEdited By: Published: Mon, 28 Sep 2020 06:49 PM (IST)Updated: Mon, 28 Sep 2020 06:49 PM (IST)
पश्चिम चंपारण के इस नगर पंचायत में केवल VIP मोहल्लों में ही होती जलनिकासी की व्यवस्था, अन्य इलाके के लोग झेलते परेशानी
पश्चिम चंपारण जिले की बगहा नगर पंचायत में सड़क पर जलजमाव

पश्चिम चंपारण,[गौरव वर्मा] । लगातार जारी बारिश ने पश्चिम चंपारण जिले की बगहा नगर पंचायत के बरसात पूर्व तैयारी के दावे की कलई खोल कर रख दी है। नगर पंचायत क्षेत्र में हर जगह जलजमाव व कीचड़ की समस्या मुंह बाए खड़ी है। ऐसा हर साल बरसात में होता है। लेकिन नगर पंचायत प्रशासन इससे निपटने के लिए ठोस कार्ययोजना को अमल में नहीं लाता है।

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आधा दर्जन से अधिक मोहल्लों में जलजमाव

वर्तमान में वार्ड एक इंदिरा नगर, मुडि़ला, वार्ड 06 नरैनापुर, वार्ड 08 नई बस्ती नरैनापुर, वार्ड 21 आर्य नगर एवं रेली बाजार, वार्ड 20 की मुख्य सड़क व दलित बस्ती गोला बाजार समेत आधा दर्जन से अधिक मोहल्लों में बारिश का पानी घुसा है। लोगों को अपने घरों में पानी पार कर ही जाना पड़ रहा है। इस अव्यवस्था पर लोगों में रोष है। बरसात के पूर्व नालियों के उड़ाही की बात नगर पंचायत की ओर से कही गई थी। नालों की उड़ाही के नाम पर हजारों रुपये खर्च भी किए गए । लेकिन, कोई फायदा नहीं हुआ।

वीआइपी मोहल्लों में ही हुई बरसात पूर्व तैयारी

लोगों का कहना है कि बरसात पूर्व तैयारी वीआइपी मोहल्लों में ही हुई। जहां के लोगों को अगर बरसात में दिक्कत हुई तो मुख्य पार्षद और उप मुख्यपार्षद की कुर्सी हिल जाएगी। इस वजह से बरसात पूर्व तैयारी उन्ही मोहल्लों में हुई। गरीबों एवं सामान्य लोगों की बस्ती के बारे में कौन सोचता है। 

नहीं हो पाई जलनिकासी

हालांकि नगर पंचायत प्रबंधन का दावा है कि अभी भी जलनिकासी को लेकर काम चल रहा है। नगर पंचायत की ओर से शिव मंदिर हिंद ,सिनेमा रोड, नई बाजार आदि में नाला उड़ाही का कार्य कराया गया था। आर्य नगर मोहल्ले में सक्शन मशीन लगाई गई । लेकिन उससे जलनिकासी नहीं हो पाई।

नालोंं की कमी है जलजमाव का मुख्य कारण

नगर पंचायत में नाला एवं सड़क निर्माण के लिए प्रतिवर्ष करोड़ों का बजट बनता है। लेकिन बजट का सही इस्तेमाल नहीं होता है। इस वजह से तकरीबन सभी मोहल्लों में आधे- अधूरे नाले एवं सड़क दिख जाएंगे। क्योंकि विकास कार्य के लिए जब सरकार की ओर से राशि आवंटित होती है तो प्राप्त राशि का बंटवारा होने लगता है। सभी पार्षदों की बराबर हिस्सेदारी दी जाती है। ऐसे में बड़ी योजनाओं पर काम नहींं हो पाता। कोई बड़ा नाला है तो उसका पूरा निर्माण नहीं होता। एकबार में आधा निर्माण कराया जाता है और गुणवत्ता ऐसी रहती है कि दोबारा फंड आते - आते वह निर्माण भी ध्वस्त हो जाता है।


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