Muzaffarpur Flood News: मुजफ्फरपुर में बागमती, गंडक और बूढ़ी गंडक का जलस्तर खतरे के निशान के पार
बूढ़ी गंडक के जलस्तर में कमी आई है। लेकिन अब भी यह नदी खतरे के निशान से 1.15 मीटर ऊपर बह रही हैं। इसके अलावा बागमती गंडक और लखनदेई नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। जिले में बागमती, गंडक और बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में हल्की गिरावट आई है। बावजूद मंगलवार को तमाम नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रहीं हैं। प्रखंड के मुरौल, सरैया, मुशहरी, मीनापुर के इलाकों में स्थिति गंभीर बनी हुई है। मोहम्मदपुर कोठी में तटबंध टूटने के कारण बाढ़ का पानी लगातार नए इलाकों में तेजी से फैल रहा है। प्रशासनिक स्तर पर राहत और बचाव कार्य जारी है। अभियंताओं, प्रशासनिक टीम और एनडीआरएफ की टीम लगातार काम कर रही हैं। डीपीआरओ कमल सिंह ने बताया कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है। लोगों को ज्यादा पैनिक होने की जरूरत नहीं है। प्रशासनिक टीम पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रही है। उधर, बूढ़ी गंडक के जलस्तर में कमी आई है। लेकिन अब भी यह नदी खतरे के निशान से 1.15 मीटर ऊपर बह रही हैं। इसके अलावा बागमती, गंडक और लखनदेई नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बूढ़ी गंडक नदी का पानी शहर के मेडिकल, अहियापुर, अखाड़ा घाट, आश्रम घाट, कोल्हूआ, पैगंबरपुर, विजय छपरा के इलाकों में लगातार फैल रहा है। बड़ी संख्या में लोग बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं।
जिला प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार : जिलाधिकारी
जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने आम जनता से पैनिक नहीं होने की अपील की है। डीएम ने कहा है कि अत्यधिक बारिश की वजह से बाढ़ की आपदा आई है। जिला प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। शहर में तत्काल कोई खतरा नही है। बावजूद इसके जिला प्रशासन अलर्ट है। सभी अधिकारियों को अलर्ट किया गया है। बाढ़ की स्थिति पर पूरी नजर रखी जा रही है। एसकेएमसीएच मेडिकल कॉलेज को लेकर तत्काल अभी कोई खतरे की बात नहीं है । अभियंता द्वारा बताया गया कि विद्युत पावर सब स्टेशन और ग्रिड पर फिलहाल कोई खतरा नही है।