डीडी बिहार पर पांचवीं तक की कक्षाएं एक जून से
डीडी बिहार पर पहली से पांचवीं तक की कक्षाओं का प्रसारण एक जून से शुरू हो जाएगा।
मुजफ्फरपुर। डीडी बिहार पर पहली से पांचवीं तक की कक्षाओं का प्रसारण एक जून से शुरू हो जाएगा। यूनिसेफ की पहल पर मेरा दूरदर्शन मेरा विद्यालय कार्यक्रम के तहत शुरू होने जा रहे इस अभियान से विद्यार्थियों को काफी लाभ मिल रहा है। पाठ्य-पुस्तक पर आधारित कार्यक्रम के कारण बच्चों का रूझान इस ओर तेजी से हो रहा है। पहली से पांचवीं तक के कक्षाओं के प्रसारण की सूचना संबंधित सभी स्कूल के प्रधानाध्यापक और शिक्षकों के माध्यम से विद्यार्थियों तक पहुंचाने को कहा गया है। ताकि, अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं को इसका लाभ मिल सके। पहली और दूसरी कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए कक्षा दोपहर 03:05 मिनट से 4:00 बजे तक होगा। वहीं तीसरी से पांचवीं कक्षा के लिए कार्यक्रम का प्रसारण दोपहर 04:05 बजे से 05:00 बजे तक होगा। बता दें कि इसके बाद डीडी बिहार के माध्यम से बिहार शिक्षा परियोजना यूनिसेफ के साथ मिलकर विद्यार्थियों की कॅरियर काउंसिलिंग भी कराएगा। इसमें विभिन्न विभाग के विशेषज्ञ विद्यार्थियों को कॅरियर के चयन और तनावमुक्त रहने के टिप्स देंगे। छठी से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए प्रसारण की समय सारणी :
कक्षा - समय
छह से आठ - सुबह 09:02 से 10:00 बजे तक नौवीं और 10वीं : सुबह 11:05 से 12:00 बजे तक 11 वीं व 12वीं- 10:05 से 11 बजे तक फी के लिए विद्यार्थियों पर दबाव नहीं बनाएंगे विवि और कॉलेज
हॉस्टल, कोर्स, परीक्षा और अन्य किसी भी प्रकार की फी के लिए विश्वविद्यालय या कॉलेज प्रशासन विद्यार्थियों पर दबाव नहीं बनाएंगे। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने इसको लेकर विवि और सभी कॉलेजों को निर्देश दिया है। इसमें कहा गया है कि यूजीसी की ओर से लॉकडाउन को लेकर जारी की गई हेल्पलाइन पर विद्यार्थियों ने शिकायत दर्ज कराई है। कहा है कि विवि व कई कॉलेज विभिन्न प्रकार की फी के लिए दबाव बना रहे हैं। साथ ही परीक्षा में शामिल नहीं होने देने की भी शिकायत की गई हैं। ऐसे में यूजीसी की ओर से कहा गया है कि कई ऐसे विद्यार्थी हैं जिनके अभिभावक की आमदनी इस लॉकडाउन में बिल्कुल बंद हो गई है। वे किसी प्रकार आजीविका चला रहे हैं। ऐसे में परीक्षा, सेमेस्टर व हॉस्टल फी के लिए दबाव नहीं देने और रियायत देने को कहा गया है। यूजीसी ने लिखा है कि इस विषम परिस्थिति में फी के लिए दबाव बनाना उचित नहीं है। हालात सामान्य होने के बाद विद्यार्थियों से फी ली जा सकती है।
एआइसीटीई इंजीनियरिग कॉलेजों को पहले ही दिए जा चुके निर्देश : बता दें कि इससे पहले अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद की ओर से इंजीनियरिग कॉलेजों को भी निर्देश दिए जा चुके हैं कि वे छात्र-छात्राओं को फी के लिए बार-बार रिमाइंडर नहीं दें।