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शारीरिक स्वच्छता में लापरवाही पर बच्चेदानी कैंसर का रहता खतरा

आम महिलाओं को जागरूक करने के लिए 28 मई को विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस यानी व‌र्ल्ड मेंस्ट्रयुअल हाइजीन डे मनाया जाता है। इसे मानने का मुख्य उद्देश्य है महिलाओं को पीरियड्स के दौरान स्वस्छता के लिए जागरूक करना।

By JagranEdited By: Published: Thu, 28 May 2020 02:58 AM (IST)Updated: Thu, 28 May 2020 06:05 AM (IST)
शारीरिक स्वच्छता में लापरवाही पर बच्चेदानी कैंसर का रहता खतरा
शारीरिक स्वच्छता में लापरवाही पर बच्चेदानी कैंसर का रहता खतरा

मुजफ्फरपुर। आम महिलाओं को जागरूक करने के लिए 28 मई को विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस यानी व‌र्ल्ड मेंस्ट्रयुअल हाइजीन डे मनाया जाता है। इसे मानने का मुख्य उद्देश्य है महिलाओं को पीरियड्स के दौरान स्वस्छता के लिए जागरूक करना। महिला व प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. ज्योति का कहना है कि मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को साफ-सफाई पर पूरा ध्यान रखना चाहिए। शारीरिक स्वच्छता में लापरवाही पर बच्चेदानी कैंसर का खतरा रहता है। उन्होंने कहा कि मासिक धर्म के समय अगर महिलाएं जागरूक रहें तो कम से कम बीमार होंगी। प्रत्येक मां को अपनी बेटी को शारीरिक स्वच्छता का पाठ आरंभ से पढ़ाना चाहिए।

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मसले पर बात करने से संकोच करतीं किशोरियां

पीरियड्स के मसले पर किशोरियां खुलकर बात करने से संकोच करती हैं। जबकि ये ऐसे दिन होते हैं जब वे शारीरिक के साथ मानसिक समस्या से भी गुजरती हैं। ऐसे में साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखना चाहिए। जिससे इंफेक्शन के साथ उनकी इनफर्टिलिटी से संबंधी कोई समस्या न हो।

इन बातों का रखें ख्याल :

- घर में रखे पुराने गंदे कपड़े का प्रयोग नही करें। इससे संक्रमण का खतरा रहता है।

- छह घंटे के अंतराल पर सैनिटरी नैपकिन बदलना चाहिए। - समय-समय पर अपने प्राइवेट पार्ट की सफाई करती रहें। - पीरियड्स के समय कई बार शरीर में दर्द होता है। इसलिए गर्म पानी से नहाएं।

-अपने बिस्तर की सफाई का ध्यान रखना चाहिए। समय-समय पर बेडशीट बदलती रहें।

- अगर यात्रा पर हैं और शौचालय जाना हो तो सफाई वाली जगह पर जाएं।

- खान-पान का रखें ख्याल। सुपाच्य आहार का सेवन करें। सास-बहू सम्मेलन में किया जाता जागरूक

स्वास्थ्य विभाग की ओर से मेंस्ट्रयुअल हाइजीन को लेकर नियमित जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। सिविल सर्जन डॉ. एसपी सिंह ने कहा कि हर आशा अपने पोषक क्षेत्र महिलाओं को मेंस्ट्रयुअल हाइजीन को लेकर जागरूक करने के साथ उससे होने वाली अन्य परेाशनी व निदान के बारे में बताती रहती हैं। प्रभारी जिला सामुदायिक उत्प्ररेक राजकिरण ने बताया कि जिले में 4234 आशा की टोली गावों में इस अभियान में साथ दे रही हैं। हर माह सास-बहू सम्मेलन का आयोजन कर आशा अपने पोषक क्षेत्र में महिलाओं विशेष रूप से मेंस्ट्रयुअल हाइजीन को लेकर जागरूक कर रही हैं। लॉकडाउन के कारण इस साल दिवस पर कोई खास आयोजन नहीं होगा। लेकिन सोशल साइट्स के माध्यम से महिलाओं को जागरूक किया जाएगा। खोल दिया पैड बैंक, जागरूकता के साथ वितरण

भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष डॉ. रागिनी रानी ने लॉकडाउन में चारों तरफ बंदी के बाद महिलाओं को परेशानी नहीं हो इसके लिए लगातार अभियान चला रही हैं। पैड बैंक की स्थापना कर सैनिटरी नैपकिन का मुफ्त वितरण करा रही हैं। डॉ. रानी ने बताया कि मेंस्ट्रयुअल हाइजीन के प्रति महिलाएं जागरूक नहीं होंगी तो उनको कई बीमारियों का खतरा रहता है। पैड बैंक में आने वाली महिलाओं व किशोरियों का नाम व संपर्क नम्बर लिया गया। वे हर माह मुफ्त में बैंक से आकर पैड ले जा रही हैं। अभी 160 महिलाएं व किशोरी इससे जुड़ी हैं। पूरे जिले में भाजपा के तमाम मंडल स्तर पर पैड बैंक खोला जाएगा। यह मॉडल प्रदेश में लागू हो यह पहल चल रही है। बालू घाट सिमिता सिंह तथा रसूलपुर में वह खुद अपनी देखरेख में पैड बैंक चला रही हैं। उन्होंने बताया कि विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस पर सोशल मीडिया के जरिए जागरूक करेंगी।


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