संतोषी माता मंदिर न्यास समिति की बैठक में हंगामा, मारपीट
नगर थाना के धर्मशाला चौक स्थित संतोषी माता मंदिर की नई न्यास समिति की बैठक में भारी हंगामा व मारपीट हुई। यह बैठक शनिवार को हुई थी। धार्मिक न्याय बोर्ड की ओर से जारी पत्र के दो हमनाम के दावेदारी के कारण यह विवाद हुआ।
मुजफ्फरपुर। नगर थाना के धर्मशाला चौक स्थित संतोषी माता मंदिर की नई न्यास समिति की बैठक में भारी हंगामा व मारपीट हुई। यह बैठक शनिवार को हुई थी। धार्मिक न्याय बोर्ड की ओर से जारी पत्र के दो हमनाम के दावेदारी के कारण यह विवाद हुआ। मंदिर के प्रबंधक सूरज प्रसाद व मनोज कुमार गुप्ता ने एक दूसरे पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। दावा किया है कि सूरज प्रसाद पूर्व प्रबंधक हैं। हालांकि इसका कोई लिखित प्रमाण अब तक कमेटी के समक्ष नहीं रखा है। उधर, सूरज प्रसाद ने दावा किया कि मंदिर के सचिव ने उन्हें प्रबंधक नियुक्त किया था। थानाध्यक्ष ओमप्रकाश ने बताया कि दोनों ओर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। मामले की जांच की जा रही है।
यह लगाया आरोप : सूरज प्रसाद गुप्ता ने अपनी प्राथमिकी में लालू प्रसाद गुप्ता, संजीव कुमार गुप्ता, राजीव कुमार गुप्ता, दिनेश प्रसाद गुप्ता व मनोज कुमार गुप्ता को आरोपित बनाया है। उसने कहा है कि शनिवार की सुबह मंदिर की नई कमेटी की बैठक बुलाई गई थी। उस बैठक में वह प्रबंधक के रूप में शामिल थे। बैठक में आरोपितों ने उनके साथ मारपीट की। जिससे वह जख्मी हो गया। उसके पॉकेट से 40 हजार रुपये व गले से सोने का चेन छीन लिया। उधर धर्मशाला चौक के मनोज कुमार गुप्ता ने भी नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसमें सूरज प्रसाद उर्फ चिंटू व मनोज कुमार को मारपीट करने व अभद्र भाषा का प्रयोग का आरोप लगाते हुए नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। उन्होंने दावा किया कि धार्मिक न्यास बोर्ड की ओर उन्हें सदस्य के रूप में नामित किया है। इस हैसियत से वे बैठक में भाग ले रहे थे तो उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया।
एक नाम के पत्र के दो दावेदारों के कारण हुआ विवाद : नई न्यास समिति को लेकर धार्मिक न्यास परिषद की ओर से बैठक में शामिल होने के लिए मनोज कुमार गुप्ता के नाम से पत्र जारी किया गया। इस पत्र को लेकर दो हमनाम दावेदारी करने लगे। जिससे विवाद शुरू हुआ जो मारपीट में बदल गया।