माता-पिता की सेवा ही सर्वश्रेष्ठ पूजा
बंदरा प्रखंड के शिवशक्ति धाम में आहूत शिव महापुराण कथा के तीसरे दिन बाल ब्यास आराधना चतुर्वेदी ने कहा कि जैसी हमारी भावना होती है उसी अनुरूप हमें फल मिलता है या कभी-कभी किए हुए कार्य का भी फल नहीं मिलता।
मुजफ्फरपुर : बंदरा प्रखंड के शिवशक्ति धाम में आहूत शिव महापुराण कथा के तीसरे दिन बाल ब्यास आराधना चतुर्वेदी ने कहा कि जैसी हमारी भावना होती है उसी अनुरूप हमें फल मिलता है या कभी-कभी किए हुए कार्य का भी फल नहीं मिलता। इस संसार में हमारे माता पिता प्रत्यक्ष भगवान स्वरूप विराजमान हैं जिनकी थोड़ी सेवा से भी हम उनका स्नेहाशीष प्राप्त कर लेते हैं। माता-पिता की सेवा ही सर्वश्रेष्ठ पूजा है। इसलिए सदैव भगवान स्वरूप माता-पिता की सेवा करनी चाहिए। भगवान भी जब-जब अवतरित हुए, उन्होंने सर्वप्रथम माता-पिता और गुरु की सेवा की। आज की युवा पीढ़ी इस संस्कार को भूलकर पाश्चात्य सभ्यता को अपनाने की होड़ में शामिल हो गई है। गणेश भगवान की माता-पिता की भक्ति का वर्णन कथा व भजन के माध्यम से की। लीला झाकी की प्रस्तुति देख श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। मौके पर धर्मादा कमेटी अध्यक्ष विमल कुमार सिंह, उपाध्यक्ष कौशल किशोर ठाकुर, मुख्य यजमान विमलेश ठाकुर, रंजू देवी, सीताराम सिंह, गंधीर झा, कुंदन कुमार, नारायण गिरि, रमेश ठाकुर, मुकेश कुमार सिंह, गोलू गिरि, मनीष सिंह, रूपेश कुमार सिंह आदि सक्रिय रहे।
हनुमानजी की प्रतिमा स्थापना को निकाली कलश यात्रा : बरूराज थाना क्षेत्र के महमदपुर गंग गांव स्थित नवनिर्मित हनुमान मंदिर में हनुमानजी की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर सोमवार को 551 कन्याओं ने कलश यात्रा निकाली। मंदिर परिसर से निकली कन्याओं ने बिरहिमा पहुंचं जलबोझी की। आचार्य अखिलेश मिश्रा के मंत्रोच्चारण के बीच यज्ञ शुरू हुआ। प्राण प्रतिष्ठा यज्ञ 28 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान भक्ति व सास्कृतिक कार्यक्रम के लिए अशोक अलबेला, दिलीप गिरि को बुलाया गया है। 26 फरवरी से चौबीस घटे के अष्टयाम का आयोजन किया गया है। कलश यात्रा में यजमान जीतेंद्र कुमार सिंह, विधायक प्रतिनिधि संजीव कुमार, भाजपा नेता डॉ. अरुण कुमार सिंह, बरूराज पश्चिमी पंचायत के मुखिया गोपाल साह भी शामिल हुए। कार्यक्रम में यज्ञ आयोजक समिति के अध्यक्ष भोला साह, अभिमन्यु पाडेय, डॉ. विजय सिंह, सत्येंद्र पटेल, उपेंद्र सिंह, सुबोध सिंह, महंत राधेश्याम दास, राम प्रवेश साह, भूलन साह, सुनील दास, वीरेंद्र सिंह, अरुण सिंह, रामबाबू सिंह, हरि ठाकुर, अशोक सिंह, शकर बैठा, दयाराम सिंह आदि शामिल हुए।