बिहार में तैनात IPS संजय कुमार झा 'राष्ट्रपति पुलिस मेडल' से होंगे सम्मानित Madhubani News
वर्तमान में संजय झा डेप्यूटी डायरेक्टर जेनरल नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो उत्तरी क्षेत्र के पद पर हैं। भारतीय पुलिस सेवा के 1989 बैच के मध्य प्रदेश कैडर के आइपीएस हैं।
मधुबनी, जेएनएन। भारतीय पुलिस सेवा के 1989 बैच के मध्य प्रदेश कैडर के आइपीएस अधिकारी एवं मधुबनी जिले के मधवापुर प्रखंड अंतर्गत डुमरा गांव के मूल निवासी संजय कुमार झा को राष्ट्रपति पुलिस मेडल से सम्मानित किए जाने के निर्णय से जिलावासियों में हर्ष का माहौल है। भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा जारी पत्र के मुताबिक पुलिस सेवा में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए इन्हें वर्ष 2019 के राष्ट्रपति पुलिस मेडल से सम्मानित किया जाएगा। श्री झा वर्तमान में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, उत्तरी क्षेत्र के डेप्यूटी डायरेक्टर जेनरल पद पर हैं।
पिता स्वर्गीय जागेश्वर झा व माता विमला कुमारी झा के प्रथम पुत्र श्री झा का सेंट्रल डेपुटेशन पर सशस्त्र सीमा बल के डीआइजी के रूप में मुजफ्फरपुर एवं पटना के कार्यकाल भी काफी सफल रहा है। श्री झा उज्जैन के डीआइजी, खंडवा, सिवनी, दमोह जैसे विभिन्न जिलों में एसपी रह चुके हैं। वे चम्बल, जबलपुर एवं भोपाल में जोनल आइजी के रूप में पदस्थापित रहे हैं। इस संदर्भ में श्री झा के छोटे भाई व सूबे के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी के आप्त सचिव अभय झा ने दूरभाष पर जागरण को बताया कि बड़े भाई संजय कुमार झा को पूर्व में भी उत्कृष्ट कार्यों हेतु राष्ट्रपति सेवा मेडल प्राप्त हुआ था।
श्री झा की पत्नी डॉ. मातंगी झा रेलवे में दिल्ली में सीनियर डीएमओ के पद पर पदस्थापित हैं। जबकि श्री झा की माता विमला झा दरभंगा के टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज की प्रिंसिपल एवं जिला विद्यालय निरीक्षिका के पद से सेवानिवृत्त हुई। श्री झा की पुत्री सौम्या झा 2017 बैच की आइएएस अधिकारी हैं। उनके दामाद अक्षय भी 2017 बैच के राजस्थान कैडर के आइएएस अधिकारी हैं। श्री झा के दूसरे भाई अजय कुमार झा दक्षिण अमेरिका में व्यवसायी के तौर पर कार्यरत हैं।
इस बारे में उत्तरी क्षेत्र डेप्यूटी डायरेक्टर जेनरल नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो संजय कुमार झा ने कहा कि 'अबतक की 30 वर्षों की सेवा में विभिन्न जगहों पर विभिन्न तरह की जिम्मेदारियां सौंपी गईं जिनका अपनी क्षमता के अनुरुप निर्वहन किया हैं। उसी के प्रतिफल के रुप में इस सम्मान को लेता हूं। इससे मुझे आगे और भी कर्मठता से जिम्मेवारी निर्वहन का दायित्व बोध होता हैं।Ó