कॉफर डैम के बाद अब बागमती नदी की उपधारा पर बना चचरी पुल टूटा, आवागमन भंग Muzaffarpur News
25 किमी की दूरी तय तक जाना पड़ता प्रखंड मुख्यालय। सोमवार को बागमती नदी की दक्षिणी उपधारा पर बेनीपुर के पास दूसरी बार टूटा कॉफर डैम।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बागमती नदी के जल ग्रहण क्षेत्र में हुई भारी बारिश से सोमवार को जहां दक्षिणी उपधारा पर बेनीपुर के पास कॉफर डैम दूसरी बार टूट गया। वहीं अधिक पानी आ जाने के कारण दक्षिणी उपधारा पर मधुवन प्रताप घाट पर बना चचरी पुल ध्वस्त हो गया है। इससे दो दर्जन गांवों के लोगों का आवागमन बाधित हो गया। चचरी पुल टूटने से आवागमन का अब सिर्फ नाव ही सहारा है। औराई दक्षिणी क्षेत्र के लोगों को प्रखंड मुख्यालय जाने और उधर के लोगों को जिला मुख्यालय जाने के लिए मधुबन प्रताप घाट पर बना चचरी पुल ही मुख्य रास्ता था।
इन गांवों के लोगों की बढ़ी परेशानी
चचरी पुल ध्वस्त हो जाने से मधुबन प्रताप, पटोरी टोला, हंसबारा, करहट्टी, पटोरी, सरहंचिया, फतेहपुर बेरौना, बभनगामा औराई, नयागांव, डीहजीवर, भदई, सहिलाबल्ली, अमनौर समेत दो दर्जन गांव के लोगों की आवागमन में परेशानी बढ़ गई है। अब इनके आवागमन का सहारा नाव ही बची है।
सरकारी नाव की व्यवस्था करने की उठाई मांग
मालूम हो कि औराई दक्षिणी क्षेत्र के लोगों को करीब 25 किलोमीटर की दूरी का सफर तय कर प्रखंड मुख्यालय जाना पड़ता है। वहीं चचरी पुल रहने से मात्र पांच किलोमीटर में ही लोग प्रखंड मुख्यालय की दूरी तय कर लेते हैं। मधुबन प्रताप घाट पर पुल ध्वस्त हो जाने से अब नाव का ही साधन है। मधुवन प्रताप गांव के दिनेश सहनी, मनोज सहनी, लालबाबू सहनी, रामस्नेही सहनी आदि ने अंचलाधिकारी से सरकारी नाव की व्यवस्था करने की मांग की है।