20 से 23 राउंड तक होगी वोटों की गिनती, एप से अपनी स्थिति हर मिनट जान सकेंगे उम्मीदवार
गायघाट व वैशाली में सर्वाधिक बूथ होने के कारण 23 राउंड तक होगी गिनती। पोस्टल व ईटीपीबीएस बैलेट की गिनती के लिए अलग रहेगी व्यवस्था।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। जिले के दो संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वैशाली व मुजफ्फरपुर के लिए 20 से 23 राउंड वोटों की गिनती होगी। सबसे अधिक गायघाट व वैशाली विधानसभा के वोटों की गिनती में समय लगेगा। यहां बूथों की संख्या सर्वाधिक है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी आलोक रंजन घोष ने बताया कि दोनों लोकसभा के 12 विधानसभाओं की ईवीएम के लिए दो स्ट्रांग रूम बनाए गए हैं।
वहीं पोस्टल बैलेट व ईटीपीबीएस (इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट सिस्टम) की गिनती की अलग व्यवस्था की गई है। सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती की जाएगी। आधे घंटे में अगर इसकी गिनती पूरी नहीं होगी तो ईटीपीबीएस की भी शुरू कर दी जाएगी। यहां दस-दस टेबल बनाए गए हैं।
प्रत्येक विधानसभा के लिए बनाए जाएंगे 14-14 टेबल
वोटों की गिनती के लिए प्रत्येक विधानसभा के लिए 14-14 टेबल बनाए गए हैं। प्रत्येक टेबल पर एक माइक्रो ऑब्जर्वर, एक काउंटिंग सुपरवाइजर व दो सहायक रहेंगे। इसके अलावा एआरओ (सहायक निर्वाची पदाधिकारीे) टेबल पर कई सहायक रहेंगे। प्रत्येक ईवीएम में वोटों की गिनती का आंकड़ा एआरओ टेबल पर आएगा। यहां उसकी इंट्री की जाएगी। इसके बाद डाटा निर्वाची पदाधिकारी (आरओ) के पास भेज दिया जाएगा।
निर्वाचन आयोग द्वारा तैयार सॉफ्टवेयर में सभी डाटा फीड होने के बाद ही अंतिम परिणाम की घोषणा होगी। जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि हर मिनट डाटा अपडेट की जाएगी। किस प्रत्याशी को कितने वोट आए, कौन आगे व कौन पीछे चल रहे इसकी पल पल की जानकारी दी जाएगी। इसके लिए 'वोटर टर्न आउट' एप लांच किया गया है।
अधिकृत रूप से अंतिम परिणाम में होगी देरी
उच्चतम न्यायालय के आदेश के आलोक में प्रत्येक विधानसभा की पांच-पांच ईवीएम के वोट और वीवीपैट की पर्ची का मिलान किया जाना है। एक ईवीएम में औसतन पांच सौ से आठ सौ वोट पड़े हैं। इसे देखते हुए एक विधानसभा में करीब चार हजार पर्ची की गिनती करनी होगी। इस हिसाब से एक लोकसभा के लिए 20 से 25 हजार पर्ची की गिनती होगी। यह समय अतिरिक्त लगेगा। इस प्रक्रिया के बाद ही अधिकृत रूप से विजयी प्रत्याशी की घोषणा की जाएगी।
तीन स्तरीय रहेगी सुरक्षा व्यवस्था
मतगणना को लेकर अहियापुर स्थित बाजार समिति में बने मतगणना केंद्र की सुरक्षा तीन स्तरीय होगी। केंद्रीय सुरक्षा बलों के जिम्मे सुरक्षा का पहला घेरा होगा। इसके अलावा राज्य सैन्य पुलिस व जिला पुलिस के जिम्मे सुरक्षा व्यवस्था रहेगी।
मतगणना हॉल में मोबाइल ले जाने पर रहेगा प्रतिबंध
मतगणना हॉल के अंदर मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध रहेगा। हालांकि, ईटीपीबीएस के वोटों की गिनती के लिए मोबाइल जरूरी होगा। इस मोबाइल पर वन टाइम पासवर्ड आएगा। मगर, इस मोबाइल से बात नहीं की जा सकेगी। मीडिया कर्मियों को जानकारी देने के लिए अलग व्यवस्था की गई है। डीपीआरओ मीडियाकर्मियों को मतगणना स्थल पर ले जाएंगे। हॉल के बाहर से ही तस्वीर ली जा सकेगी।
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