पूर्व सांसद डॉ. रामजी सिंह ने कहा-खादी आंदोलन के अगुआ लक्ष्मी बाबू बिहार के गांधी
सर्वोदय ग्राम स्थित लक्ष्मी नारायण स्मारक भवन में पुण्यतिथि समारोह आयोजित। गांव को स्वावलंबी बनाने की दिशा में लोग आगे बढ़ें तो यह महापुरुषों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। महात्मा गांधी ने देश में खादी आंदोलन का जिम्मा न ही पंडित नेहरू को दिया, न सरदार पटेल को। उस समय के बड़े नेताओं को भी ये जिम्मेदारी नहीं मिल सकी। यह मौका सिर्फ लक्ष्मी बाबू को मिल सका। इसलिए लक्ष्मी बाबू बिहार के गांधी कहे गए। ये बातें सर्वोदय ग्राम स्थित लक्ष्मी नारायण स्मारक भवन में पुण्यतिथि समारोह में प्रसिद्ध गांधीवादी विचारक पूर्व सांसद डॉ. रामजी सिंह ने कहीं। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम, खादी आंदोलन, ग्राम स्वावलंबन, भूदान सहित तमाम रचनात्मक आंदोलन के अगुआ लक्ष्मी बाबू ही थे।
सर्व सेवा संघ के पूर्व मंत्री विजय भाई ने कहा कि खादी के लोग, गांधी के लोग अगर आज फिर से गांव को स्वावलंबी बनाने की दिशा में आगे बढ़ें तो यह महापुरुषों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। सेंटर फॉर डायरेक्ट के प्रमोद शर्मा ने गांव को स्वावलंबी बनाने पर जोर दिया। अध्यक्षता सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष जगन्नाथ पांडेय ने की। स्वागत बिहार खादी ग्रामोद्योग संघ के अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी, संचालन सामाजिक कार्यकर्ता कुंदन कुमार व धन्यवाद ज्ञापन अजय कुमार ने किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम सुनील कुमार की टीम ने किया। समारोह को वरिष्ठ कवि साहित्यकार उदय नारायण सिंह, डॉ. हरिकिशोर प्रसाद सिंह, श्याम सुंदर भिंसारिया, वंदना शर्मा, संजीव साहू, राजेश्वर गुप्ता, तारकेश्वर मिश्रा, रामनाथ ठाकुर, डॉ. हेमनारायण विश्वकर्मा आदि ने संबोधित किया। मौके पर गोपालजी त्रिवेदी, अजय कुमार, डॉ. वीरेन नंदा, रमाशंकर पांडेय, रमेशचंद्र, सांत्वना भारती, डॉ. संजय सुमन आदि मौजूद थे।
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