विवाह भवन परिसर में ईवीएम उतारने पर दारोगा और तीन सिपाही पर गिरी गाज, निलंबित
सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ प्रतिनियुक्त थे चारों जवान। पुलिसकर्मी लखीसराय जिला पुलिस बल में हैं कार्यरत। एसडीओ पूर्वी की ओर से सौंपे गए प्रतिवेदन के आधार पर की गई कार्रवाई।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। लोकसभा चुनाव के दौरान ईवीएम को शहर के छोटी कल्याणी के निकट स्थित विवाह भवन परिसर में उतारने के मामले में एक दारोगा व तीन सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है। एसडीओ पूर्वी डॉ. कुंदन कुमार की ओर से जिला निर्वाची पदाधिकारी व जिलाधिकारी को सौंपे गए प्रतिवेदन के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। इसमें सेक्टर मजिस्ट्रेट, पुलिस पदाधिकारी एवं सिपाहियों पर निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण कार्य, ईवीएम व वीवीपैट को लेकर संवेदनशीलता नहीं बरतने का आरोप लगाया गया है।
यह है मामला
जिला निर्वाची पदाधिकारी व जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष को सौंपे गए जांच प्रतिवेदन में एसडीओ पूर्वी ने कहा है कि चुनाव में अवधेश कुमार को मुशहरी सेक्टर-11 का मजिस्ट्रेट बनाया गया था। उनके पास रिजर्व ईवीएम थी। इसमें दो बैलेट यूनिट, एक कंट्रोल यूनिट व एक वीवीपैट थीं। अवधेश कुमार ने उन्हें बताया कि उनकी गाड़ी के चालक ने मतदान की इच्छा जताई।
इस पर उन्होंने कहा कि मतदान केंद्र संख्या-108 पर ही ईवीएम रखवा कर ही गाड़ी ले जाओ। मतदान केंद्र से मात्र पांच फीट की दूरी पर स्थित विवाह भवन परिसर में ईवीएम उतारी जा रही थी, ताकि इसे मतदान केंद्र के पास सुरक्षित रखा जा सके। इसी दौरान लोगों की नजर पड़ी तो जमकर हंगामा मचाया। एसडीओ पूर्वी ने ईवीएम को सील कर वेयर हाउस में जमा करा दिया।
इन पर गिरी गाज
मुशहरी सेक्टर-11 के मजिस्ट्रेट व मुशहरी के प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी अवधेश कुमार के साथ प्रतिनियुक्त लखीसराय जिला पुलिस बल में कार्यरत पुलिस अवर निरीक्षक बृजलाल प्रसाद, सिपाही रविंद्र कुमार (375), रामानुज चौधरी (94) व रविंद्र कुमार (347) को एसएसपी मनोज कुमार ने निलंबित कर दिया है।
मजिस्ट्रेट ने सौंपा जवाब
ईवीएम उतारे जाने के मामले में सेक्टर मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार ने जिला निर्वाची पदाधिकारी आलोक रंजन घोष को अपना जवाब सौंप दिया है। जिलाधिकारी ने उनसे 24 घंटे के अंदर जवाब तलब किया था। इससे पहले उन्होंने एसडीओ पूर्वी को मामले की जांच का आदेश दिया था।
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