आज सामाजिक समरसता कायम करना बड़ी चुनौती : मंत्री
मुजफ्फरपुर । भूतघाट, कोलकाता के महंत शशि कुमार भारती ने कहा कि जीव मात्र की रक्षा करना ही धर्म है। इ
मुजफ्फरपुर । भूतघाट, कोलकाता के महंत शशि कुमार भारती ने कहा कि जीव मात्र की रक्षा करना ही धर्म है। इतिहास गवाह है कि धरती पर जब-जब धर्म की हानि हुई है, साधु-संतों ने ही इसकी रक्षा का बीड़ा लेकर मोर्चा लिया है। वे बिहार सांस्कृतिक विकास परिषद् की ओर से निकली हरिहरनाथ-मुक्तिनाथ सांस्कृतिक यात्रा पर रविवार को मुजफ्फरपुर पहुंचे थे। यहां पहुंचने पर जगह-जगह पुष्प वर्षा कर संतों का स्वागत किया गया। यात्रा में राज्यसभा सांसद गोपाल नारायण सिंह, धर्म जागरण समन्वय विभाग के क्षेत्र प्रमुख सूबेदार सिंह, इस्कॉन के महंत जगत त्रेहा प्रभु आदि थे। यहां पहुंचने पर सिकंदरपुर स्थित सीढ़ीघाट पर धर्मसभा हुई। जिसमें महंत शशि कुमार भारती ने कहा कि 'सर्वधर्म एकसमान है' के भ्रम में पड़कर अधर्मियों से हाथ न मिलाएं। राज्य सरकार के मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि आज सामाजिक समरसता कायम करना सबसे बड़ी चुनौती है। समाज जातियों में बंटा है। यात्रा के माध्यम से समाज को संगठित कर सामाजिक समरसता कायम करने के लिए जो प्रयास किया जा रहा है, उसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। सामाजिक विषमताओं को दूर कर समरसता कायम करना ही इस सांस्कृतिक यात्रा का मूल उद्देश्य है। राज्य के नगर विकास एवं आवास विभाग के मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि जल और जंगल, हमारी सांस्कृतिक धरोहर है। इसका संरक्षण कैसे हो, इसपर चिंतन की जरूरत है। तभी हम भारत को फिर से विश्व गुरु बना सकते हैं। नदियां हमारी धरोहर हैं। हम इसके जल को पवित्र रखेंगे, तभी इस महाआरती की सार्थकता होगी। धर्म जागरण समन्वय विभाग के क्षेत्रीय प्रमुख सूबेदार सिंह ने कहा कि देश के अंदर सभी मठ-मंदिरों को जोड़कर समरसता की भावना पैदा की जाएगी। हम मानवतावादी हैं, जीयो और जीने दो में विश्वास रखते हैं। सांस्कृतिक यात्रा का उद्देश्य समाज को जोड़ना है। पूर्व विधायक डॉ.अच्युतानंद सिंह ने देश में धर्मातरण को रोकने पर जोर दिया। इसके पूर्व दीप प्रज्वलन के बाद स्वस्तिवाचन से सभा का उद्घाटन हुआ। मौके पर स्वर्णिम कला केंद्र की बच्चियों ने वंदे मातरम् गीत पर भावनृत्य प्रस्तुत किया। अतिथियों को 101 किलो फूलों की माला पहनाकर अभिनंदन किया गया। अध्यक्षता वैष्णव पीठाधीश्वर, बघनगरी के महंत डॉ. श्याम सुंदर दास व संचालन समारोह के संयोजक मनीष कुमार ने किया। सभा में बोचहां विधायक बेबी कुमारी, डॉ. भगवान लाल सहनी, भाजपा के प्रदेश महामंत्री प्रमोद कुमार चंद्रवंशी, भाजयुमो के राष्ट्रीय मंत्री भारतेंदु कुमार, बाबा गरीबनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी पं. विनय पाठक, प्रदेश भाजपा नेता रवींद्र प्रसाद सिंह, महंत पवन दास, पं. देवचंद्र झा, भाजयुमो जिलाध्यक्ष नचिकेता पांडेय, भोला चौधरी, वार्ड पार्षद हरिओम कुमार व संजय केजड़ीवाल, विश्वेश्वर प्रसाद शंभू, नीरज नयन, रंगीश ठाकुर, सुनील कुमार सिंह, रवि रत्न, विश्वनाथ प्रताप सिंह, डॉ. अश्विनी कुमार सिंह, प्रिंसु मोदी, अनिल कुमार दुबे आदि थे।
गंगा महाआरती में दिखी आस्था
सभा के दौरान गंगा महाआरती भी की गई। संत अमरनाथ के नेतृत्व में वाराणसी से आए पंडितों ने विधि-विधान से आरती की। नदी किनारे रंग-बिरंगे फूलों से बाबा भोलेनाथ का आलौकिक प्रतिरूप तैयार किया गया था। इस दौरान लोगों की आस्था देखते बनती थी। आरती के बाद महाकाल की झांकी भी प्रस्तुत की गई।