Coronavirus Muzaffarpur Update: 146 और कोरोना पॉजिटिव मिले, एक की मौत, 63 ने जीती कोरोना की जंग
Coronavirus Muzaffarpur News Update एसकेएमसीएच में शव उठाने को मोल-जोल अधीक्षक ने कराया समझौता। प्राचार्य अधीक्षक चिकित्सक वाहटएप से जुड़े कमिश्नर कर रहे निगरानी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। शनिवार को जिले में 146 पॉजेटिव मरीज मिले वहीं एक की मौत इलाज के क्रम में एसकेएमसीएच में हुई। 63 लोगों ने कोरोना की जंग जीती। एसकेएमसीएच के प्रार्याय डा.विकास कुमार ने बताया कि आज 265 नमूना की जांच हुई जिसमें 101 मरीज संक्रमित मिले। जिला संचारी रोग व कोविड के नोडल पदाधिकारी डा.अमिताभ सिन्हा ने बताया कि सदर अस्पताल व जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में एंटिजन कीट से 243 लोगों की जांच हुई जिसमें 45 पॉजेटिव मिले।
प्राचार्य डा.विकास कुमार ने बताया कि कोरोना मरीज के बेहतर इलाज के लिए मेडीसीन विभागाध्यक्ष, अधीक्षक व चिकित्सक व पारा मेडिकल स्टाफ का एक व्हाटएप समूह बना है। इसमें इलाज संबंधी व्यवस्था की निगरानी होगी। प्रमंडलीय आयुक्त की देखरेख में निगरानी चल रही है। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
जिला कंट्रोल रूम प्रभारी डा.सीके दास ने बताया कि सदर अस्पताल में बनकर तैयार मातृ-शिशु सदन को कोरोना मरीज के इलाज के लिए रिजर्व किया गया है। इसके साथ ग्लोकल असपताल, तुर्की स्थित आरडीजेएम अस्पताल में ऑक्सीजन आपूर्ति की व्यववस्था हो रही है। दो दिन के अंदर वहां भी गंभीर रूप से बीमार मरीज का इलाज किया जाएगा। इलाज को लेकर हर स्तर पर निगरानी चल रही है। सदर अस्पताल में स्क्रेङ्क्षनग के बाद इलाज हो रहा है। आज भी सभी वार्ड को सैनेटाइजेशन कराया गया।
सदर अस्पताल में भर्ती नहीं होने पर हंगामा
सदर अस्पताल में इलाज कराने आई महिला को भर्ती करने से इंकार करने पर परिजनों ने हंगामा किया। वहां तैनात कर्मियों ने प्रसव पीड़ा से परेशान महिला को बाहर का रास्ता दिखा दिया। वहां इलाज में सहयोग कर रही ममता कर्मियों का आरोप है कि प्रसव यहां पर नियमित होना चाहिए। वार्ड खाली रहने से उनलोगों को मानदेय का संकट होगा। इधर सिविल सर्जन डा.एसपी सिंह ने कहा कि डिलेवरी हर हाल में होनी चाहिए। वह इसकी समीक्षा करेंगे। जिसकी लापरवाही होगी। उसके खिलाफ सख्त एक्शन होगा।
शव उठाने को मोल-जोल, एक घंटे तक पड़ा रहा शव
आज एसकेएमसीएच में कोरोना से एक की मौत हो गई। शव को छोड़कर परिजन इधर उधर निकल लिए। अस्पताल परिसर में घूम रहे सफाई कर्मी शव को अंतिम संस्कार करेन के लिए 15 हजार की मांग करने लगे। जानकारों की माने तो मध्यस्था के बाद अंत में तैयार हुए। इसके कारण वहां पर एक घंटे तक शव पड़ा रहा। इस संबंध में प्राचार्य डॉ विकास कुमार ने बताया कि पहले जो कोरोना मरीज की मौत हुई थी। उसके शव को अस्पताल से निकालकर शमशान पहुंचे के लिए सफाईकर्मी को दो हजार रुपये दिये थे।
शनिवार को वहीं टीम 15 हजार रुपये का मांग रखा। अस्पताल अधीक्षक डॉ सुनील कुमार शाही, व अन्य लोगों के मध्यस्थता करने के बाद छह हजार पर सभी लोग माने। राशि देने के बाद शव को निकालकर श्मशान तक ले गए। प्राचार्य ने कहा कि यह नियमित समस्या होगी। इसलिए पूरे मामले से जिलाधिकारी को अवगत कराते हुए इसके स्थायी निदान के लिए सफाईकर्मी तैनाती करने को कहा।