कम्युनिटी कॉलेज में नियोजन मेले में हो हंगामे के बीच 145 को जॉब ऑफर
एलएस कॉलेज के कम्युनिटी कॉलेज में लगा नियोजन मेला। चयन परीक्षा व इंटरव्यू के आधार पर हुआ चयन। श्रमसंसाधन विभाग की मदद से चेन्नई की डेमलर कंपनी ने लगाया था जॉब कैंप।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। श्रमसंसाधन विभाग की ओर से एलएस कॉलेज के कम्युनिटी कॉलेज में गुरुवार को आयोजित नियोजन मेले में बेरोजगारों की भारी भीड़ उमड़ी। जिला नियोजन पदाधिकारी शंभूनाथ सुधाकर ने बताया कि 246 उम्मीदवारों ने भाग लिया। चयन परीक्षा व इंटरव्यू के आधार पर चयन हुआ जिसमें 145 को प्रोविजनल ऑफर लेटर हस्तगत कराया गया। चेन्नई की डेमलर कंपनी द्वारा जॉब कैंप लगाया गया। न्यूनतम योग्यता 10वीं पास एवं उम्रसीमा 18 से 25 वर्ष निर्धारित थी।
12वीं उत्तीर्ण एवं स्नातक डिग्रीधारी को भी नियोजन मेले में भाग लेने की छूट थी। चयनित उम्मीदवारों को तीन वर्ष प्रशिक्षणार्थी के तौर पर कार्य करना होगा। जिसके लिए स्टाइपन के रूप में 14000 से 16000 रुपये तक दिए जाएंगे। रामनिवास कुमार व आदित्य कुमार कंपनी की ओर से जॉब के लिए ऑफर लेटर मिलते ही खुशी से झूम उठे। चयनित उम्मीदवारों की हौसला अफजाई में सभी लोगों ने तालियां बजाई। दोनों युवाओं को 10 जून को चेन्नई में ज्वाइनिंग देनी है।
नियोजन मेले में एलएस कॉलेज के प्राचार्य प्रो. ओमप्रकाश राय ने कहा कि सरकार की मंशा है कि हर हाथ को काम मिले। सरकारी जॉब सबको अगर नहीं मिल पाता है तो निजी क्षेत्र इसकी भरपाई कर रहे हैं। बेरोजगारी दूर करने के लिए आगे आ रहे हैं यह बड़ी बात है। उन्होंने चयनित उम्मीदवारों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। नियोजनालय के उप निदेशक मनोज कुमार शर्मा सहायक निदेशक मंकेश्वर पंडित भी इस मौके पर मौजूद थे।
नियोजन पदाधिकारी सुधाकर ने बताया कि चेन्नई की डेमलर कंपनी भरोसे की कंपनी है और उसने बिहार से इस बार एक हजार बेरोजगारों को अपने यहां नियोजित करने का लक्ष्य रख है। जिसमें अकेले मुजफ्फरपुर से 300 उम्मीदवार चयनित किए जाने हैं। पिछले साल यहीं कंपनी 24 उम्मीदवारों को अपने यहां लेकर गई थी जिनमें से 18 बेहतर स्थिति में काम कर रहे हैं।
नियोजन मेले में हुआ हंगामा, पहुंची पुलिस
भीड़ को संभालने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। एक समय हालात बिगड़ता देख पुलिस की मदद लेनी पड़ी। विश्वविद्यालय थानाध्यक्ष रामनाथ प्रसाद खुद मौजूद रहकर भीड़ को काबू करते रहे। प्राचार्य ने बताया कि भीड़ के चलते एक बड़ा हॉल भी चयन परीक्षा के लिए कम पड़ रहा था। इस कारण कुछ युवा हल्ला-हंगामा करने लगे। उनका आरोप था कि मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने बल प्रयोग किया। हालांकि, ऐसी बात नहीं थी। ऐसी शिकायत के तुरंत बाद उनके बैठने का इंतजाम कर दिया गया।
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