जिले में 120 मिले नए संक्रमित, एक चिकित्सक की मौत, 37 ने जीती जंग
जिले में गुरुवार को 120 नए कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। वहीं एक चिकित्सक की मौत हो गई। उधर 37 मरीजों ने कोरोना से जंग जीतकर घर चले गए।
मुजफ्फरपुर। जिले में गुरुवार को 120 नए कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। वहीं एक चिकित्सक की मौत हो गई। उधर, 37 मरीजों ने कोरोना से जंग जीतकर घर चले गए। अब तक कोरोना से मरने वाले चिकित्सकों की संख्या तीन हो गई है। इधर सिविल सर्जन डॉ.एसपी सिंह ने कहा कि शहर के निजी अस्पताल संचालकों से इलाज के खर्च का ब्योरा व बेडों की संख्या मांगी गई है। कोशिश है कि दो से तीन दिनों के अंदर निजी अस्पताल में भी मरीज का इलाज शुरू हो जाए।
केवल सरकार के चिह्नित अस्पताल को ही दें दवा
कोरोना के गंभीर मरीजों के इलाज के लिए गाइडलाइन में शामिल इंजेक्शन की उपलब्धता जिले में हो गई है। ड्रग इंस्पेक्टर विकास शिरोमणि की देखरेख में इसकी बिक्री शुरू हुई। ड्रग इंसपेक्टर की मानें तो इस इंजेक्शन के लिए पटना के भरोसे रहना पड़ता था। अब यह विभाग की ओर से चिह्नित तीन दुकानों पर मिल रहा है। यह वैसे मरीजों को दिया जा रहा है जिनका इलाज सरकार की ओर से चिह्नित अस्पताल में चल रहा है।
एसकेएमसीएच के मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ.भगवानलाल दास ने बताया कि वैसे कोरोना मरीज का इलाज लक्षण के आधार पर हो रहा है। सरकार की गाइडलाइन के अनुसार गंभीर मरीज को रेनीडीसीवीर नामक इंजेक्शन से राहत मिल रही है। जिले में उपलब्ध होने पर सहूलियत मिल रही है। सिविल सर्जन डॉ.एसपी सिंह ने आम लोगों से मास्क पहनने व शारीरिक दूरी का पालन करने की अपील की।
चिकित्सक की मौत पर आइएमए ने जताया शोक
आइएमए के जिलाध्यक्ष डॉ.संजय कुमार ने बताया कि मुजफ्फरपुर से बाहर इलाजरत डॉ.संजीव कुमार की मौत हो गई। वे जूरन छपरा इलाके में प्रैक्टिस करते थे। कोरोना से पीड़ित थे। उनके निधन से पूरा चिकित्सक समाज मर्माहत है। इस तरह अब तक मुजफ्फरपुर के तीन चिकित्सक कोरोना की जंग हार चुके हैं। आम लोगों से अपील की कि वे लॉकडाउन के नियमों का पालन करें। खुद बचें व दूसरे को बचाएं।