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फिर आतंक कायम करने की राह पर चले नक्सली

मुंगेर। लगातार बढ़ते पुलिस दबिश और मुठभेड़ में बड़े नेताओं के मारे जाने के बाद नक्सली एक बार फिर अपने कमजोर संगठन की मजबूती में जुट गए हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Jul 2017 03:01 AM (IST)Updated: Wed, 26 Jul 2017 03:01 AM (IST)
फिर आतंक कायम करने की राह पर
चले नक्सली
फिर आतंक कायम करने की राह पर चले नक्सली

मुंगेर। लगातार बढ़ते पुलिस दबिश और मुठभेड़ में बड़े नेताओं के मारे जाने के बाद नक्सली एक बार फिर अपने कमजोर संगठन की मजबूती में जुट गए हैं। नक्सली लगातार वारदात को अंजाम देकर लोगों के बीच दहशत कायम करना चाहते हैं। ताकि, एक बार फिर से लोग उसके साथ जुड़ जाएं। इसी कड़ी में नक्सलियों ने पैसरा जंगल में युवक दिनेश कोड़ा की पीट-पीटकर हत्या कर दी। नक्सलियों के एक बड़े नेता संगठन विस्तार में लगे हैं। इसके लिए संगठन के ¨थक टैंक न सिर्फ संख्या बल बल्कि सामरिक और आर्थिक रूप से मजबूती के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करने में जुट गई है।

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24 जुलाई के अंक में दैनिक जागरण ने क्षेत्र में नक्सलियों के जमावड़े और बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारियों को लेकर प्रशासन को आगाह भी किया था।

संगठन को फिर से विस्तार करने में जुटे

नक्सली हलकों से निकल कर आ रही खबरों की अगर मानें तो सांगठनिक विस्तार के लिए एक बार फिर से नक्सलियों का प्रयास तेज है। इसके लिए संगठन की सबसे निचली इकाई जिसे जनमिलिशिया कहा जाता है के विस्तार में तेजी लाई गई है। संगठन के बुद्धिजीवि प्रकोष्ठ के कार्यकर्ता नक्सली साहित्य व अन्य स्त्रोतों की मदद से संगठन विस्तार में लगे हैं। इस खातिर राशि की कमी नहीं आए इसके लिए संगठन लेवी भी वसूल रहा है। नक्सल संगठन के लोग विकासपरक योजनाओं में लेवी की मांग करते हैं और लेवी मिलने पर ही किसी काम को करने देते हैं। मुंगेर पुलिस ने धरहरा के अमरासनी से सड़क निर्माण में लगी एजेंसी निशांत कंस्ट्रक्शन के दो मुंशी क्रमश: कंपनी साह व अमर ¨सह को दो लाख रुपये के साथ गिरफ्तार भी किया था। जो संगठन के एरिया कमांडर अर¨वद कोड़ा को पैसा पहुंचाने जा रहे थे। विश्वस्त सूत्रों की अगर मानें तो संगठन का निशाना जमुई जिले के भीमबांध की सीमा से लेकर मुंगेर के धरहरा व लखीसराय के कजरा के पहाड़ी इलाकों में बसे गांव हैं। जो पूर्व से ही नक्सल प्रभाव में रहे हैं।

युवाओं को दिया जा रहा प्रलोभन

नक्सलियों ने अपने प्रभाव वाले क्षेत्र में संगठन को विस्तार देने के लिए हर तरीका अपना रखा है। संगठन की ओर से आदिवासियों को बहलाने फुसलाने के साथ प्रलोभन भी दिए जा रहे हैं और जिस किसी ग्रामीण ने उनकी बात नही मानी तो उसकी पिटाई और हत्या से भी नक्सली गुरेज नहीं करते हैं। सत्ता बंदूक की नली से निकलती है के मूलमंत्र मानने वाले नक्सलियों ने एक पखवाड़े के अंदर जमुई के सिमुलतला में पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाते हुए एक महिला सहित तीन लोगों की धारदार हथियार से गला रेत हत्या कर दी तो मंगलवार को मुंगेर जिला के धरहरा में एक आदिवासी युवक की पीट-पीट कर हत्या कर दी।


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