लौहनगरी में बेटियों के नाम जले दीप, गर्व से दमक उठा हर चेहरा
मुंगेर। घर की लाडो ही लक्ष्मी है। बेटियां बोझ नहीं हैं बल्कि समाज की संस्कार है। बेटिया
मुंगेर। घर की लाडो ही लक्ष्मी है। बेटियां बोझ नहीं हैं, बल्कि समाज की संस्कार है। बेटियां जब तक सशक्त नहीं होंगी, समाज और देश सशक्त नहीं होगा। कुछ इसी संकल्प के साथ दैनिक जागरण के अभियान इस दिवाली एक दीया बेटियों के नाम में लौहनगरी जमालपुर की दर्जनों महिला ने शिरकत की।
जमालपुर छोटी दुर्गा मंदिर लकड़ी गोला रोड में आयोजित कार्यक्रम में दर्जनों महिलाओं ने भाग लिया। सबने मिलकर बेटियों के लिए दीया जलाया। समाज से बाल विवाह और दहेज प्रथा के उन्मूलन का संकल्प लिया। बेटियों को पढ़ाने, उसे आगे बढ़ने की शपथ ली। छोटी-छोटी बच्चियों के चेहरे की चमक बता रही थी कि उसके लिए मनाई जा रही दिवाली में जल रहे दीप उसके सुनहरे भविष्य को रोशन करने की गवाही दे रही है। मौके पर बिदु देवी, शोभा देवी, रंजू देवी, शीला देवी, चंदा देवी, रेनू देवी, माया देवी, बिना देवी, निर्मल कौर, खुशी कुमारी, मीना देवी, रानी देवी, निक्की कौर, पूनम देवी, जामुनी देवी के अलावे दर्जनों महिलाएं मौजूद थीं।