टीबी मरीजों के आंकड़े जुटाने में विभाग का फूल रहा दम
मुंगेर। टीबी नियंत्रण को लेकर बनाई गई नई नीति के अनुसार स्वास्थ्य विभाग अब सरकारी अस्पताल क
मुंगेर। टीबी नियंत्रण को लेकर बनाई गई नई नीति के अनुसार स्वास्थ्य विभाग अब सरकारी अस्पताल के साथ ही प्राइवेट क्लीनिक में इलाज कराने पहुंचने वाले मरीजों का भी आंकड़ा जुटा रहा है। लेकिन जिला में टीबी मरीजों के आंकड़े जुटने में खुद विभाग बेदम नजर आ रहा है। इस वर्ष सदर अस्पताल में जांच के लिए टीबी के 625 नए संभावित मरीज पहुंचे हैं। वहीं जिला के विभिन्न निजी क्लीनिकों में कितने मरीज पहुंचे हैं, यह जानकारी विभाग के पास नहीं है। आंकड़ों के मुताबिक 22 अप्रैल 2015 से अबतक तीन हजार से अधिक टीबी के मरीज मिले है। कई ऐसे क्लीनिक हैं, जहां टीबी के मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। लेकिन, उन मरीजों का आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग तक नहीं पहुंच पा रहा है। विभाग के अनुसार जनवरी से दिसंबर 2018 में आए टीबी के 1376 मरीजों को निश्शुल्क दवा दी जा रही है। 1000 मरीजों को बेहतर आहार के लिए एक एक हजार रुपये दिए गए हैं।
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युवाओं में बढ़ रहा टीबी रोग
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक टीबी के कुल मरीजों में से 25 से 40 आयु वर्ग के मरीजों की संख्या 55 प्रतिशत है। जिले में हर वर्ष 700 नए मरीज बढ़ रहे हैं। आकड़ों पर नजर डाले तो टीबी की जांच के लिए जनवरी से दिसंबर 2018 तक दो लाख मरीज ओपीडी में आए। जिसमें 9 हजार लोगो की जांच की गई। जिसमें 625 मरीज की जांच में पॉजीटिव रिपोर्ट आया है।
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कहते हैं अधिकारी
टीबी की रोकथाम के लिए जिला भर में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस वर्ष 1376 टीबी के मरीजो में 1000 मरीजों को दवा के साथ पोषणहार के लिए राशि खाते में भेजी जा चुकी है। उन्होंने कहा जिला में नुक्कर नाटक के माध्यम जिला में टीबी मुक्त के लिए अभियान चलाया जाएगा।
डॉ. ध्रुव कुमार, यक्ष्मा पदाधिकारी मुंगेर