मैदान से बांस-बल्ला नहीं हटाया तो एजेंसी को लगा 77 हजार का जुर्माना
मुंगेर। महादलित सम्मेलन समाप्त होने के दस दिनों बाद भी पोलो मैदान कार्यक्रम स्थल से बांस बल्ला नहीं
मुंगेर। महादलित सम्मेलन समाप्त होने के दस दिनों बाद भी पोलो मैदान कार्यक्रम स्थल से बांस बल्ला नहीं हटाए जाने को लेकर खासमहाल पदाधिकारी राजा रामचंद्र ने एजेंसी संचालक दिनेश कुमार पर 77 हजार 635 रुपये का जुर्माना लगाया है। गौरतलब है कि कार्यक्रम का आयोजन 4 नवंबर को किया गया था। खासमहल पदाधिकारी राजा रामचंद्र ने बताया कि एजेंसी द्वारा अगले दिन 5 नवंबर को बांस बल्ला हटा लेने का की बात कही गई थी। लेकिन संबंधित एजेंसी ने 12 नवंबर तक पोलो मैदान को खाली नहीं किया। इसको लेकर 5 नवंबर से 12 नवंबर तक के लिए प्रतिदिन 9,704 रुपये की दर से उन पर 77,635 रुपये का जुर्माना किया गया है। उन्होंने कहा कि पोलो मैदान की बु¨कग के आवेदन को मेरे कार्यालय द्वारा एडीएम के पास भेजा जाता है। जहां से डीएम की अनुशंसा के लिए फाइल जाती है। जिला पदाधिकारी के निर्देश पर ही दर तय कर बु¨कग की जाती है। उन्होंने कहा कि बु¨कग के अतिरिक्त एक दिन का समय बांस बल्ला लगाने और खोलने के लिए एजेंसी को दिया जाता है। उन्होंने कहा कि 17 से 19 नवम्बर तक उद्योग विभाग का नियोजन मेला, 24 नवंबर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के उपेंद्र कुशवाहा का कार्यक्रम, 3 से 5 दिसंबर तक जिला स्थापना दिवस के कार्यक्रम को लेकर पोलो मैदान की बु¨कग की गई है। इस दौरान बांस बल्ले लगाए जाएंगे। लेकिन वे इस बात का जवाब नहीं दे पाए कि 12 नवंबर के बाद 16 नवंबर तक आखिर बस बल्ला क्यों लगा रह गया है। अगर यह लगा रह गया तो संबंधित एजेंसी से जुर्माना क्यों नहीं लिया गया, जुर्माना लगाए जाने का खेल प्रेमियों ने स्वागत किया है और कहा कि खासमहाल पदाधिकारी का यह कदम सराहनीय है।