सिविल ड्रेस में रहेंगे जवान, नशाखुरानी का नहीं रहेगा डर
मुंगेर। दूसरे प्रदेशों से दीपावली और छठ में आने वाले यात्री ट्रेनों में नशाखुरानी गिरोह क
मुंगेर। दूसरे प्रदेशों से दीपावली और छठ में आने वाले यात्री ट्रेनों में नशाखुरानी गिरोह के सदस्य यात्रियों को अपना शिकार नहीं बना सकेंगे। पर्व-त्योहार के मौसम में नशाखुरानी गिरोह और बदमाशों की गतिविधि पर अंकुश लगाने के लिए रेल पुलिस ने विशेष योजना बनाई है। लंबी दूरी से आने वाली ट्रेनों में सिविल ड्रेस में रेल पुलिस के अफसर और जवान तैनात रहेंगे। जो ट्रेन में होने वाले अपराध पर नजर रखेंगे। इसी तरह रेलवे स्टेशनों पर भी सिविल ड्रेस में अफसर और जवानों को मुस्तैद रहने के निर्देश दिए गए हैं।
दरअसल दीपावली और छठ पर्व में लाखों की संख्या में बाहर रोजगार करने वाले लोग अपने घर पहुंचते हैं। ऐसे में इन यात्रियों पर नशाखुरानी गिरोह और बदमाशों की नजर रहती है। रेल एसपी आमिर जावेद ने बताया कि सुबह से शाम तक ट्रेनों में सुरक्षा बलों की तैनाती की जाएगी। अलग-अलग टीम किऊल से जमालपुर और जमालपुर से किऊल तक एस्कार्ट करेगी। ट्रेन में जवान के साथ रेल पुलिस के एसआइ से लेकर थानाध्यक्ष रहेंगे। ट्रेन में बदमाश रेल पुलिस को पहचान न सके, इसके लिए सभी सिविल ड्रेस तैनात रहेंगे। केंद्रीय रेलवे रेल यात्री संघ भी पोस्टर-बैनर के साथ नशाखुरानी के प्रति जागरूक करेगा। स्टेशनों पर माइ¨कग कर यात्रियों को अनजान यात्रियों से खाने-पीने के सामान नहीं लेने की अपील किया जाएगा।
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कजरा, अभयपुर, धरहरा स्टेशन को अपराधी करते हैं टारगेट
ट्रेनों में हुई आपराधिक घटनाओं पर गौर करें तो ज्यादातर घटनाएं किऊल से भागलपुर आने वाली ट्रेनों में हुई है। किऊल स्टेशन से ट्रेन खुलने के बाद बदमाश कजरा, अभयरपुर से घरहरा तक घटनाओं को अंजाम देते हैं। पिछले वर्ष दानापुर से भागलपुर आ रही इंटरसिटी एक्सप्रेस में डकैती की घटना कजरा-अभयपुर स्टेशनों के बीच हुई थी। इस घटना में शामिल सभी बदमाश किऊल स्टेशन पर ही सवार हुए थे।
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दस किमी तक रेकी, फिर देते हैं घटना को अंजाम
किऊल स्टेशन पर बदमाश ट्रेन पर सवार होते हैं। उरैन और कजरा तक ट्रेन के रुकते ही बोगियां बदल-बदल कर यात्रियों की रेकी करते हैं। इसके बाद सुनसान देखकर घटना को अंजाम देते हैं।