हथियारों की बड़ी खेप जुटाने की तैयारी में हैं नक्सली
- लखीसराय में पुलिस मुठभेड़ से बौखलाए हुए हैं नक्सली - नक्सली अरविद यादव हथियार तस्करों स
- लखीसराय में पुलिस मुठभेड़ से बौखलाए हुए हैं नक्सली
- नक्सली अरविद यादव हथियार तस्करों से साध रहा था संपर्क जागरण संवाददाता, मुंगेर : बीते माह लखीसराय के जंगली इलाके में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुए मुठभेड़ के बाद से नक्सली बौखलाए हुए हैं। नक्सली बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। इसके लिए नक्सली बड़ी मात्रा में हथियार और कारतूस जुटने की तैयारी में हैं। नक्सली अरविद यादव खुद लगातार हथियार तस्करों से संपर्क साध कर हथियार और कारतूस की डिलिवरी की बात कर रहा है। पुलिस के हाथ जब यह सूचना लगी, तो पुलिस भी अलर्ट हो गई। डीआइजी मनु महाराज ने सूचना मिलते ही विशेष पुलिस टीम को सतर्क कर दिया। पुलिस ने इसी सूचना के आधार पर मामले की जांच प्रारंभ की। जांच के दौरान पुलिस को यह जानकारी मिली कि कासिमबाजार थाना क्षेत्र में हथियार तस्कर काफी सक्रिय हैं। हथियार तस्कर नक्सलियों को हथियार की बड़ी खेप की आपूर्ति करने वाले हैं। इस सूचना के बाद विशेष टीम ने हथियार तस्करों को धर दबोचने के लिए सटीक रणनीति बनाई। इसके बाद बुधवार को 29 दो नाली बंदूक, दो राइफल, 519 राउंड कारतूस, एक बेवली स्कॉट रिवाल्वर सहित भारी मात्रा में हथियार के पार्ट पुर्जे बरामद किए। डीआइजी मनु महाराज ने कहा कि मुठभेड़ में नक्सलियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा। इस कारण नक्सलियों में बौखलाहट है। लेकिन, पुलिस पूरी तरह से तैयार है। नक्सलियों के किसी भी मनसूबे को सफल नहीं होने दिया जाएगा।
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10 घंटे तक नजरें जमाए रहे विशेष टीम में शामिल जवान
हथियार तस्करों को गिरफ्तार करने गई विशेष टीम में शामिल पुलिस जवान और अधिकारियों ने काफी धैर्य दिखाया। हथियार डिलिवरी की पुख्ता सूचना के बाद भी घंटे दो घंटे नहीं बल्कि छह घंटे तक हथियार तस्कर नहीं पहुंचे। इसके बाद भी विशेष टीम में शामिल जवानों ने अपना धैर्य नहीं खोया। 10 घंटे बाद टीपू सुल्तान और किशन कुमार हथियार डिलिवरी को लेकर निर्धारित स्पॉट पर पहुंचा। जहां विशेष टीम ने दोनों को धर दबोचा। इसके बाद दोनों से पूछताछ के आधार पर पुलिस की टीम हथियारों के गोदाम तक पहुंची। जहां से पुलिस को भारी मात्रा में अवैध हथियार की बरामदगी करने में सफलता मिली। वहीं, भवानी कुमार सिंह को एक लोडेड पिस्टल के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया। भावनी पूर्व में एनएसयूआइ से जुड़े हुए थे।
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मुंगेर में पहले भी बरामद हो चुका है विदेशी हथियार
बुधवार को पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार बरामद किया। हथियारों की खेप में एक बेवली स्कॉट रिवाल्वर भी शामिल है। डीआइजी मनु महाराज ने बताया कि गिरफ्तार किए गए हथियार तस्करों ने बताया कि बेवली स्कॉट रिवाल्वर का नक्सलियों से सौदा हो गया था। बेवली स्कॉट रिवाल्वर के लिए नक्सली पांच लाख रुपये देने वाले थे। डीआइजी ने बताया कि बेवली स्कॉट रिवाल्वर ब्रिटेन निर्मित है। यह खुले बाजार में नहीं मिलता है। इसके लिए स्पेशल अनुमति लेनी पड़ती है। ऐसे में यह जांच की जा रही है कि हथियार तस्करों के पास बेवली स्कॉट रिवाल्वर कैसे पहुंची। खैर, मुंगेर में विदेशी हथियार बरामद होने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी मुंगेर में ग्लॉक पिस्टल और फ्रेंच पिस्टल बरामद हो चुकी है। उस समय पुलिस जांच में यह बात सामने आई थी कि ग्लॉक पिस्टल थाईलैंड पुलिस के एक अधिकारी से चोरी की गई थी। वहीं, नागालैंड के रास्ते अत्याधुनिक हथियार की खेप मुंगेर पहुंचने की बात कही गई थी।
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विधानसभा चुनाव को लेकर बढ़ी हथियारों की डिमांड
मुंगेर में एक बार फिर से हथियार तस्कर सक्रिय हो गए हैं। इसके पीछे झारखंड सहित कई अन्य राज्यों में होने वाले चुनाव से भी जोड़ कर देखा जा रहा है। बुधवार को भारी मात्रा में हथियार की बरामदगी के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए डीआइजी मनु महाराज ने कहा कि मुंगेर पूर्व से अवैध हथियारों की मंडी के रूप में चर्चित रहा है। ऐसे में नक्सली और आपराधिक गिरोह मुंगेर के हथियार तस्करों के संपर्क साध कर चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं। डीआइजी ने कहा कि इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि पड़ोसी राज्य में होने वाले चुनाव को प्रभावित करने के उद्देश्य से भी नक्सली और आपराधिक गिरोह हथियार की डिमांड कर रहे हो। गिरफ्तार हथियार तस्करों से पूछताछ में यह जानकारी मिली है कि नक्सली और आपराधिक गिरोह हथियार से अधिक कारतूस की डिमांड कर रहे हैं। डीआइजी ने कहा कि पुलिस को पूछताछ में कई अहम जानकारी मिली है। ऐसे में पुलिस अब कारतूस की तस्करी के नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त करने की तैयारी में जुटेगी।