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गंगा के एप्रोच पथ के निर्माण में आई तेजी

- तेलिया तालाब की ओर से चल रहा है कार्य सुलझ गया टोपोलैंड का पेच - बाढ़ बरसात के का

By JagranEdited By: Published: Sat, 09 Nov 2019 05:30 PM (IST)Updated: Sat, 09 Nov 2019 05:30 PM (IST)
गंगा के एप्रोच पथ के निर्माण में आई तेजी
गंगा के एप्रोच पथ के निर्माण में आई तेजी

- तेलिया तालाब की ओर से चल रहा है कार्य, सुलझ गया टोपोलैंड का पेच - बाढ़ बरसात के कारण निर्माण कार्य पर पड़ा असर

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- टोपोलैंड का होगा रैयतीकरण, 11 सदस्यीय टीम सौंपेगी डीएम को रिपोर्ट जागरण संवाददाता, मुंगेर : गंगा नदी पर बने रेल सह सड़क पुल के एप्रोच पथ के निर्माण में तेजी आई है। तेलिया तालाब की ओर से एप्रोच पथ के निर्माण का कार्य भी चल रहा है। वहीं, पुल की तरफ से पीलर बनाने का कार्य भी चल रहा है। हालांकि, बाढ़ बरसात के कारण निर्माण कार्य की रफ्तार सुस्त पड़ी थी। लेकिन, एक बार फिर से निर्माण कार्य में तेजी आ गई है। गंगा नदी पर बने रेल पुल के एप्रोच पथ के निर्माण में सबसे बड़ी बाधा टोपोलैंड का पेच भी सुलझ गया है। टोपोलैंड का पेच सुलझने के बाद कार्यकारी एजेंसी छह से आठ महीने के अंदर निर्माण कार्य पूरा कर देगी।

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ऐसे सुलझा टोपोलैंड का पेच

सरकार ने गंगा नदी के किनारे की गैर मजरूआ जमीन को टोपोलैंड घोषित कर दिया। टोपोलैंड पर वर्षों से रह रहे लोगों ने इसके खिलाफ आंदोलन शुरू किया। जिला प्रशासन ने टोपोलैंड पर रह रहे रैयतों की जमाबंदी भी खारिज कर दी। बाद में यह मामला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक पहुंचा। खड़गपुर में पॉलिटेक्निक कालेज का उद्घाटन करने आए मुख्यमंत्री ने मंच से गंगा नदी पर बने पुल के एप्रोच पथ के निर्माण के लिए टोपोलैंड के रैयतों को मुआवजा देने की घोषणा की। इसके बाद सात मौजा की 9.7096 हेक्टेयर टोपोलैंड भूमि के अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की गई है।

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159 रैयतों ने मुआवजा के लिए दिए आवेदन

एप्रोच पथ के एलाइमेंट एरिया में आने वाले टोपोलैंड की 9.7096 हेक्टेयर भूमि के लिए 159 रैयतों ने मुआवजा के लिए आवेदन दिया। इसके लिए जिला प्रशासन को रैयतों का 115 आवेदन मिला है। रैयतों के आवेदन की जांच और भूमि की सत्यापन के लिए सदर एसडीओ खगेश चंद्र झा की अध्यक्षता में 12 सदस्यीय अधिकारियों की टीम का गठन किया गया है। अधिकारियों की टीम अब रैयतों के दावों का सत्यापन कर डीएम को रिपोर्ट सौंपेगी। इसके बाद डीएम रैयतीकरण का आदेश पारित करेंगे। डीएम द्वारा रैयतीकरण किए जाने के बाद भू अर्जन विभाग एनएचएआइ से मुआवजा के लिए पैसे की मांग करेगी। एनएचएआइ से पैसे मिलते ही रैयतों के बीच मुआवजा का भुगतान कर दिया गया।

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टीम में शामिल हैं ये अधिकारी

1. खगेश चंद्र झा : सदर एसडीओ मुंगेर

2. राजा ररामचंद्र राम : डीसीएलआर मुंगेर

3. दिव्यराज गणेश : सीओ सदर

4. भरत भूषण तिवारी : सहायक बंदोवस्त पदाधिकारी मुख्यालय मुंगेर

5. राम उरांव : सहायक बंदोवस्त पदाधिकारी

6. विजय कुमार : कानूनगो, बंदोवस्त कार्यालय

7. प्रमोद कुमार : हल्का कर्मचारी बरियारपुर अंचल

8. रामदेव मंडल : हल्का कर्मचारी सदर अंचल

9. विनोद सिंह : अंचल अमीन, संग्रामपुर

10. ब्रजेंद्र कुमार अम्वष्ट : अमीन भू अर्जन कार्यालय

11. विमल प्रसाद विमल : अमीन भू अर्जन कार्यालय

12 . जयराम मंडल : अमीन भू अर्जन कार्यालय

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दो बार पूर्व में हो चुकी है जमीन की मापी

टोपो लैंड की जमीन का दो बार पूर्व में मापी की जा चुकी है। इस बार सभी रैयत से कागजात की मांग की गई है। इसके बाद एलाइनमेंट के हिसाब से जमीन की मापी की जाएगी। एप्रोच पथ के निर्माण के लिए जरूरी जमीन का अधिग्रहण कर रैयतों के बीच मुआवजा का भुगतान किया जाएगा। संपर्क पथ के एलाइनमेंट के दायरे में झोपड़ी और मकान मिला कर 75 संरचनाएं आ रही है। जिनका मूल्यांकन कर रैयतों को मुआवजा दिए जाएंगे।

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कोट :::

टोपोलैंड के रैयतों के दावों का सत्यापन करने के बाद रैयतीकरण की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसके बाद रैयतों के बीच मुआवजा का वितरण होगा। टोपोलैंड के रैयतीकरण के बाद एप्रोच पथ का निर्माण कार्य तेजी से पूरा हो जाएगा।

राजेश कुमार, जिला भू अर्जन पदाधिकारी


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