बेरोजगार महिलाओं को सबल बना रही है स्नेहलता
नारी सशक्तीकरण - 200 से अधिक महिलाओं को जूट से अलग अलग समान बनाने दे चुकी हैं प्रशिक्षण्
नारी सशक्तीकरण
- 200 से अधिक महिलाओं को जूट से अलग अलग समान बनाने दे चुकी हैं प्रशिक्षण
- जूट के बने बैग, सोफा कवर, वाटर बोतल कवर, गुलदस्ता आदि तैयार कर रही हैं महिलाएं
- बांस व नारियल के छिलके से जग, सीडी स्टैंड, मोबाइल स्टैंड, अगरबत्ती स्टैंड, लैंप स्टैंड आदि तैयार कर रही हैं महिलाएं
संवाद सूत्र, मुंगेर : सदर प्रखंड के जानकीनगर पंचायत की स्नेहलता कुमारी महिलाओं को हुनरमंद बना कर जहां उन्हें स्वरोजगार से जोड़ रही है। वहीं, उन्हें पर्यावरण संरक्षण के लिए भी जागरूक करने का काम कर रही है। स्नेहलता महिलाओं को जूट से बैग, सोफा कवर, पर्स आदि का निर्माण कराने का प्रशिक्षण दे रही है। वहीं, नारियल के छिलके से जग, सीडी स्टैंड, मोबाइल स्टैंड, अगरबत्ती स्टैंड आदि बनाने का गुर सिखा कर महिलाओं को उन्हें आत्मनिर्भर बना रही हैं। स्नेहलता कुमारी ने कहा कि मैं और मेरी बहन हेमलता जीविका से जुड़ कर जूट से घरेलू उपयोग में प्रयुक्त होने वाली सामग्री बनाने का प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसके बाद दूसरे महिलाओं को भी प्रशिक्षण देना शुरू किया। जूट से बैग व थैला बनाने से महिलाएं जहां आर्थिक रूप से सु²ढ़ हो रही हैं। वहीं, पर्यावरण संरक्षण में भी अहम योगदान दे रही हैं। जूट के सामान बैग, पर्स, सोफा कवर, वाटर बोतल कवर, थैला आदि तैयार कर बाजार व मेला में स्टाल लगा कर बेचने लगी। जिससे महीने का दस से पंद्रह हजार रुपये आने लगा है। इसके बाद आसपास की महिलाओं को प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है। पालिथीन पर प्रतिबंध के बाद महिलाएं जूट के थैला बना कर पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे रही हैं। मौके पर भारती देवी, रविना कुमारी, अमिता सरोज, अनीता देवी, उषा, मीना देवी, संगीता देवी, आकाश , तारा देवी, मोना देवी, मंजू देवी आदि ने कहा कि स्नेहलता दीदी ने हम लोगों को जीने की नई राह दिखाई है।