आधी आबादी के तरकश में हैं मुद्दों के कई तीर
सभी चुनें सही चुनें अभियान - विधि व्यवस्था पर आधी आबादी का सबसे अधिक जोर - सड़कें और शि
सभी चुनें, सही चुनें अभियान
- विधि व्यवस्था पर आधी आबादी का सबसे अधिक जोर
- सड़कें और शिक्षा पर भी ध्यान देने की अपील
जागरण संवाददाता, मुंगेर : लोकतंत्र के महापर्व का रंग अब लोगों के सर चढ़ कर बोलने लगा है। सभी राजनीतिक दल मतदाताओं को अपने पक्ष में गोलबंद करने के प्रयास में जुट गए हैं, तो मतदाता भी मतदान को लेकर अपने एजेंडे सेट करने लगे हैं। दैनिक जागरण के सभी चुनें, सही चुनें कार्यक्रम में आधी आबादी ने भी अपने मुद्?दों और जन प्रतिनिधियों को लेकर खुल कर अपनी राय रखी। आधी आबादी का सबसे अधिक जोर विधि व्यवस्था है। महिलाओं ने कहा कि सबसे जरूरी है कि ला एंड आर्डर की स्थिति मेंटेन रहे। वहीं, सड़कें और शिक्षा की स्थिति में भी सुधार होना चाहिए। महिलाओं ने कहा कि जनप्रतिनिधि स्थानीय होना चाहिए। अक्सर राजनीतिक पार्टियां उपर से ही उम्मीदवार थोप देती हैं। ऐसे प्रत्याशियों को स्थानीय मुद्?दों की समझ भी नहीं होती है। वहीं, बाहरी उम्मीदवार चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद फिर आम लोगों से मिलने भी नहीं आते हैं। प्रत्याशियों का चरित्र, शिक्षा और विकास के प्रति उसके ²ष्टिकोण देख कर ही हमलोग मतदान करेंगे। महिलाओं ने कहा कि चुनाव में प्रत्येक व्यक्ति को मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए। लेकिन, सब चुनें और सही चुनें तभी हमारा लोकतंत्र मजबूत होगा। जयश्री ने कहा कि शहर की सड़कें जर्जर हैं। सड़कों की मरम्मत कराई जानी चाहिए। मौसमी गुप्ता ने कहा कि महिला सुरक्षा को लेकर स्पष्ट नीति बनाई जानी चाहिए। हर्षा टहलानी ने कहा कि स्वस्थ्य लोकतंत्र के लिए जरूरी है कि आम नागरिक भी जात पात से उपर उठ कर सही उम्मीदवार का चयन करें। सरिता गुप्ता ने कहा कि लोकतंत्र में उसी को आलोचना का अधिकार है, जो मतदान में भाग लें। एक अच्छी सरकार के लिए प्रत्येक नागरिक को अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए। रेणु जैन ने कहा कि मुंगेर में डीजे के शोर पर पाबंदी लगनी चाहिए। दीपा टहलानी, रंजा वनर्जी, कुमकुम पाठक ने कहा कि मुंगेर में मेडिकल, डेंटल और इंजीनियरिग कालेज जैसे संस्थान अनिवार्य रूप से खोले जाने चाहिए। तभी युवा प्रतिभा का पलायन रूकेगा।