केंद्रीय दवा भंडार और फलेरिया मलेरिया कार्यालय में चोरी
-तीन कार्यालय के 12 ताले तोड़ चोर घुसे बि¨ल्डग में -एक माइक्रोस्कोप, गैस सिलेंडर बर्तन चोरी,
-तीन कार्यालय के 12 ताले तोड़ चोर घुसे बि¨ल्डग में -एक माइक्रोस्कोप, गैस सिलेंडर बर्तन चोरी, कई कागजात भी जलाए गए -12 सुरक्षा गार्ड से होती है सदर अस्पताल की सुरक्षा -रात्रि ड्यूटी में नहीं था सुरक्षा में तैनात जवान -बाहर पान दुकान में भी चोरी जागरण संवाददाता, मुंगेर : सदर अस्पताल रोड में चोरों का आतंक दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। जबकि सदर अस्पताल के विभिन्न कार्यालयों के लिए सरकारी सुरक्षा के साथ-साथ निजी सुरक्षा एजेंसी के सुरक्षा प्रहरी भी ड्यूटी पर तैनात रहते हैं। फिर भी चोरी की घटना पर विराम नहीं लग सका है। शनिवार की देर रात्रि चोरों ने केंद्रीय दवा भंडार के मुख्य गेट का ताला काट कर तीन कार्यालय में चोरी की घटना को अंजाम दिया। चोरों ने कार्यालय में घुसकर कई महत्वपूर्ण कागजात जला डाले। कार्यालय में रखी माइक्रोस्कोप, गैस सिलेंडर तथा बर्तन की चुरा लिया। जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ अर¨वद कुमार ¨सह के कार्यालय का ताला टूटा गया। वहीं, दो अलमीरा व पांच दरवाजा का ताला तोड़कर अंदर घुस कर कुछ कागजात जला दिया। मलेरिया डिपार्टमेंट में कार्यरत क्षेत्रीय कार्यकर्ता सुभाष पांडे ने कहा कि मलेरिया इंस्पेक्टर संजय विश्वकर्मा का अलमीरा, मनोज कुमार की अलमीरा तोड़ा गया। केंद्रीय दवा भंडार के बड़ा बाबू राज नारायण ¨सह ने कहा कि मुख्य दरवाजा का ताला तोड़ा गया तथा दिल का भी ताला तोड़ा गया था, लेकिन अंदर से कुछ नहीं लिया गया। फलेरिया डिपार्टमेंट के राजीव कुमार शर्मा ने कहा कि हमें मोबाइल पर सुबह, भंडार कीपर राजेंद्र के द्वारा जानकारी मिली कि गेट का ताला टूटा है यहां आकर देखा तो मेन गेट का ताला तथा अंदर तीन अलमारी को भी ताला तोड़ा गया। कमरे के अंदर बैंक पासबुक और कुछ कागजात भी जलाया गया है।
किशोर कुमार, सुधांशू कुमार सुपीरियर फील्ड वर्कर का अलमीरा को तोड़ा गया था। चपरासी गणेश राम, चंद्रशेखर ठाकुर ने कहा कि अंदर से कुछ कागजात ले जाने की जानकारी नहीं मिल पा रही है लेकिन एक माइक्रोस्कोप, बर्तन और एक छोटा गैस सिलेंडर नहीं है, उसे शायद चोरों ने चोरी कर लिया। फलेरिया डिपार्टमेंट के बड़ा बाबू ने कहा कि पेंशनर का कागजात टेबल पर रखा था, उसे भी चोरों ने जला डाला। सुबह ड्यूटी पर आया, तो गार्ड ने चोरी की जानकारी दी।
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पान की गुमटी में भी चोरों ने किया हाथ साफ एसएनसीयू के सामने सड़क किनारे लगी लालदरवजा मिर्ची तालाब के ¨पटू यादव के पान की गुमटी का भी ताला तोड़ कर अंदर से टीवी होम थिएटर 30 पैकेट सिगरेट पान मसाला गुटखा सहित तीस हजार मूल्य का समान चोरों ने गुमटी तोड़ कर चोरी कर लिया। वहीं, गल्ला में रखे पैसे भी लेकर फरार हो गया। उन्होंने बताया कि लगभग 30 हजार का नुकसान हुआ है। देर रात 10:00 बजे के बाद वह दुकान बंद कर घर गया था। सुबह लोगों ने से टेलीफोन पर सूचना भी आकर देखा तो दुकान का ताला टूटा हुआ था। अंदर में रखा समान भी बिखड़ा था। दुकान के दो तारों को तोड़ कर सामान की चोरी की गई है। ----------- ड्यूटी पर नहीं था गार्ड
इस संबंध में सुपरवाइजर एनके यादव ने कहा कि केंद्रीय दवा भंडार की सुरक्षा में गौतम कुमार नामक गार्ड को रात्रि सुरक्षा प्रहरी के रूप में तैनात किया जाता था। लेकिन वह शनिवार को बीमार होने की सूचना दी थी। मेरे पास हैंड्स की कमी होने के कारण दूसरा गार्ड तैनात नहीं किया। रात्रि में पेट्रो¨लग का दिशानिर्देश मौजूद अन्य गार्डों को दिया था। लेकिन सबसे बड़ी बात है कि अगर गार्ड बीमार था तो वहां दूसरे गार्ड की प्रतिनियुक्ति होनी चाहिए थी।
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बोले अस्पताल उपाधीक्षक सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉक्टर सुधीर कुमार ने कहा कि घटना की जानकारी कोतवाली थाना प्रभारी को दे दी गई है। लिखित प्राथमिकी दर्ज करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय दवा भंडार के कार्यरत कर्मियों ने बताया है कि प्रथम ²ष्टया सामान की चोरी नहीं लग रही है। मलेरिया डिपार्टमेंट से कुछ सामान के गायब होने की सूचना है। हमने संबंधित पदाधिकारी को जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। क्या-क्या सामान था और क्या गायब हुआ है। वहीं सुरक्षा में लापरवाही बरतने के लिए हमने संबंधित एजेंसी से शोकॉज पूछा है।
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12 प्राइवेट गार्ड के सहारे सदर अस्पताल की सुरक्षा
सदर अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था एलाइंज फॉल्कन सिक्योरिटी एजेंसी को दिया गया है। एजेंसी के सुपरवाइजर एन के यादव ने बताया कि कुल छत्तीस गार्ड को सदर अस्पताल में तीन शिफ्ट में बारी-बारी से लगाकर काम लिया जाता है। उन्होंने कहा कि प्रति शिफ्ट 12 गार्ड को सुरक्षा में लगाया जाता है। इन्हीं 12 से अस्पताल के प्रमुख बि¨ल्डग जिसमें सदर अस्पताल पुरुष, महिला अस्पताल, एसएनसीयू, डीपीएम कार्यालय, केंद्रीय दवा भंडार तथा अन्य डिपार्टमेंट के सुरक्षा में तैनात किया जाता है। इसके अलावे आपातकालीन सेवा में भी हमेशा मरीजों का आना जाना लगा रहता है। उसके लिए भी गार्ड तैनात है। उन्होंने कहा कि 12 गार्ड इसके लिए पर्याप्त नहीं है। गार्ड की संख्या बढ़ाना अस्पताल प्रबंधन के हाथों में है। सुरक्षा अगर ज्यादा मजबूत करनी हो तो गार्डों की संख्या बढ़नी चाहिए।