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पुलिस की कार्रवाई से टल गई हत्या की तीन घटनाएं

मुंगेर। हथियार तस्करों की गिरफ्तारी के लिए एसपी लिपि हथियार तस्करों की गिरफ्तारी के लिए एसपी लिपि सिंह के नेतृत्व में की गई छापेमारी के दौरान पटना जिला के बाढ़ थाना क्षेत्र निवासी कुख्यात दिलीप सिंह भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 25 Sep 2020 11:29 PM (IST)Updated: Fri, 25 Sep 2020 11:29 PM (IST)
पुलिस की कार्रवाई से टल गई हत्या की तीन घटनाएं
पुलिस की कार्रवाई से टल गई हत्या की तीन घटनाएं

मुंगेर। हथियार तस्करों की गिरफ्तारी के लिए एसपी लिपि सिंह के नेतृत्व में की गई छापेमारी के दौरान पटना जिला के बाढ़ थाना क्षेत्र निवासी कुख्यात दिलीप सिंह भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। दिलीप सिंह की गिरफ्तारी से पुलिस ने हत्या की तीन घटनाओं को रोकने में सफलता हासिल की।

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एसपी लिपि सिंह ने बताया कि दिलीप सिंह पर बाढ़ थाना में कई मामले दर्ज हैं। वह सुपारी किलर का काम करता था। दिलीप सिंह ने पूछताछ के दौरान पुलिस को यह बताया कि उसे अपने ही गांव के एक व्यक्ति और एक विधवा की हत्या करने की सुपारी दी गई थी। वह दोनों की हत्या की योजना बना रहा था। इसके लिए उसे अपने ही ग्रामीण से दो लाख रुपये की सुपारी दी जा रही थी। हत्या की घटना को अंजाम देने के लिए हथियार ले जा रहा था। वहीं, लखीसराय जिला में एक फल कारोबारी भी दिलीप सिंह के निशाने पर था। दिलीप ने पुलिस को बताया कि तीनों हत्या एक ही दिन किए जाने की योजना बनी थी। तीन साथियों के साथ मिल कर वह हत्याकांड को अंजाम देने वाला था। अपने गांव के एक व्यक्ति और महिला की हथीदह इलाके में हत्या करने के बाद उसी दिन फल कारोबारी की हत्या करने की योजना थी। एसपी ने बताया कि दिलीप सिंह दूसरे अपराधियों को हथियार भी बेचता था। उसने मुंगेर से कई बार हथियार की खेप ले जाने की बात भी स्वीकार की है। दिलीप की गिरफ्तारी से तीनों हत्या की घटना टल गई।

----------------------------- सादे कपड़ों में स्पेशल टीम ने की रेकी और समय पर एसपी ने की छापामारी

पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह को रात में ही उनके मुखबिरों से हथियारों के मूवमेंट की सूचना मिली थी। इसके बाद जिला आसूचना इकाई के जवानों को सादे लिबास में दियारा की ओर रवाना किया गया था। रात से ही दियारा इलाके और गंगा नदी में चलने वाले नावों की रेकी शुरू करा दी गई थी। एसपी को यह पुख्ता सूचना मिल गई थी कि अहले सुबह ही हथियारों की डिलिवरी होने वाली है। हथियार लेकर दो तस्कर दियारा से कासिम बाजार तरफ आएंगे और हथियारों की डिलीवरी की जाएगी। यही कारण है कि दियारा इलाके में सादे लिबास में पुलिस जवानों को लगाया गया था। गंगा के दूसरे छोर पर एसपी खुद पुलिस जवानों के साथ मौजूद थी। पुलिस टीम ने दो लोगों को थैले के साथ आते देखा। इसके बाद चारों को धर दबोचा गया।

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अरुण शर्मा और पूरन शर्मा हैं बड़े हथियार तस्कर

पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए अरुण शर्मा और उसका भाई पूरन शर्मा बड़े पैमाने पर हथियारों का निर्माण करता है। एसपी ने कहा कि दियारा इलाका के अलावा पहाड़ों पर भी जंगलों के बीच हथियार बनाने का काम करता था। पहले अपने घर और आसपास में ही पीर पहाड़ पर यह हथियार बनाया करता था, लेकिन पुलिस की दबिश बढ़ने के बाद इसने दियारा को अपना ठिकाना बना लिया था। बीते 15 दिनों से अरुण शर्मा और उसके भाई पूरन शर्मा की गतिविधियों पर पुलिस की नजर थी। अरुण शर्मा को 7.65 एमएम का पिस्टल बनाने और उसके छोटे भाई पूरन शर्मा को देशी कट्टा बनाने में महारत हासिल है। गिरफ्तार किए गए अरुण शर्मा और पूरन शर्मा ने कई सालों से अवैध हथियार बनाने की बात स्वीकार की है।

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हथियार बनाने वाले कारीगरों पर पुलिस की टिकी नजरें

मुंगेर पुलिस ने अपराधियों के साथ-साथ हथियार बनाने वाले कारीगरों पर पैनी नजर रखना शुरू कर दिया है। ऐसे लोगों की लिस्ट बनाई गई है, जो अवैध हथियार बनाने का काम करते हैं। एसपी ने सभी थानों को अवैध हथियार बनाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। एसपी खुद पूरे अभियान की मॉनिटरिग कर रही हैं।


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