डॉक्टर के घर डकैती मामले का पुलिस ने किया उद्भेदन, महिला सहित सात गिरफ्तार
मुंगेर। 16 सितंबर को ईस्ट कॉलोनी थाना क्षेत्र में डीआइजी आवास से महज चंद कदम दूर पर अवस्थि
मुंगेर। 16 सितंबर को ईस्ट कॉलोनी थाना क्षेत्र में डीआइजी आवास से महज चंद कदम दूर पर अवस्थित रेलवे अस्पताल के प्रभारी मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी राकेश कुमार सिन्हा के क्वाटर नंबर 682 में हुई डकैती मामले का पुलिस ने उद्भेदन कर लिया। पुलिस ने इस मामले में डकैती कांड की मास्टर माइंड महिला सहित सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि, दो आरोपित अब भी पुलिस पकड़ से दूर हैं। पुलिस दोनों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी कर रही है। एसपी बाबू राम ने बताया कि रोजी (काल्पनिक नाम) का डाक्टर से अवैध संबंध था। रोजी ने ही डाक्टर से बदला लेने के लिए डकैती कांड की योजना बनाई थी। रोजी के पति की मौत वर्ष 2009 में हो गई। इसके बाद डॉक्टर राकेश कुमार सिन्हा नौकरी दिलाने के नाम पर रोजी का यौन शोषण करने लगा। रोजी ने दो वर्ष पूर्व दूसरी शादी की। डॉक्टर ने रोजी के दूसरे पति को भी अपने और रोजी के अवैध संबंध के बारे में जानकारी दे दी। इससे रोजी का अपने पति से भी संबंध खराब हो गया। इसके बाद रोजी का धैर्य जवाब देने लगा। वर्षों यौन शोषण किए जाने के बाद भी नौकरी नहीं दिलाने से नाराज रोजी ने अपने कुछ सहयोगियों के साथ मिल कर डॉक्टर के घर डकैती की योजना बनाई। एसपी बाबू राम ने कहा कि रोजी के संबंध कुछ अन्य अपराधी किस्म के लोगों से भी था। जिसमें जमालपुर, बड़हिया लखीसराय, नालंदा आदि के युवा शामिल थे। एसपी ने कहा कि दो माह पूर्व भी डॉक्टर के घर डकैती का प्रयास किया गया। लेकिन, सफलता नहीं मिली। इसके बाद रोजी ने 16 सितंबर का दिन चुना। 16 सितंबर को डॉक्टर का जन्मदिन था। रोजी संध्या के समय डॉक्टर के घर पहुंच गई। जहां डॉक्टर ने शराब की बोतल मंगा रखी थी। वहीं, रोजी के सहयोगी वाटर फिल्टर पर इंतजार करने लगे। रात में जब डॉक्टर के सभी स्टाफ घर चले गए, तो रोजी ने किचन रूम का गेट खोल कर छोड़ दिया। जिससे शेखपुरा जिला के बरबीघा के मूल निवासी राजाकुमार उर्फ राजू, जमालपुर के टिट्टू उर्फ प्रवेश कुमार, पंकज कुमार, जीतेंद्र उर्फ जीतू, नालंदा जिला के अस्थामा थाना क्षेत्र के डुमरामा निवासी संदीप कुमार, नालंदा जिला के बिहारशरीफ निवासी अंकित राम आदि क्वाटर में प्रवेश कर गए। इसके बाद आरोपितों ने डॉक्टर की पिटाई शुरू कर दी। वहीं, एक सोने की अंगूठी, एक घड़ी, एक रेडमी कंपनी का मोबाइल, एक नोकिया मोबाइल और सीसीटीवी कैमरा का डीभीआर लूट कर चलते बने। आरोपितों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए रोजी की भी पिटाई की। एसपी ने कहा कि घटना के बाद पूछताछ के लिए रोजी का हिरासत में लिया गया। पूछताछ में रोजी ने पूरी घटना की जानकारी दे दी। इसके बाद सभी आरोपितों की गिरफ्तारी की गई। एसपी ने कहा कि राजा कुमार उर्फ राजू, संदीप कुमार और अंकित राम पूर्व में भी आपराधिक मामलों में जेल जा चुका है। कांड के उद्भेदन में एएसपी हरिशंकर कुमार के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने सराहनीय भूमिका निभाई। टीम में ईस्ट कालोनी थानाध्यक्ष अंबिका प्रसाद, जमालपुर थानाध्यक्ष सुनील कुमार, बासुदेवपुर ओपीध्यक्ष सर्वजीत कुमार, कासिमबाजार थानाध्यक्ष अजय कुमार अजनबी, लागर सेल प्रभारी शैलेश कुमार ने अहम भूमिका निभाई।