छठ पर्व मनाने पर्वतारोही संतोष यादव पहुंची मुंगेर
मुंगेर। एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचने वाली भारत की प्रथम महिला पर्वातारोही संतोष यादव छठ महा
मुंगेर। एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचने वाली भारत की प्रथम महिला पर्वातारोही संतोष यादव छठ महापर्व मनाने लगातार पांचवी बार सोमवार को मुंगेर पहुंची। मुंगेर से छठ व्रत की शुरुआत करने के बाद से संतोष यादव लगातार अपने परिजनों के साथ बबुआ घाट के गंगा नदी में सूर्योपासना व्रत का अनुष्ठान पूरा करती हैं। इससे पूर्व उन्होंने बबुआ घाट में स्नान करने के बाद मां गंगा की आराधना करने बाद खरना का प्रसाद बनाने के लिए वहां से गंगा जल ले गईं। हरियाणा की बेटी व मुंगेर की बहु श्रीमती यादव का इस महापर्व को लेकर कितनी आस्था है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता कि वे व्रत के दौरान अर्घ्य के लिए दंडवत प्रणाम करते हुए शहर के गुलजार पोखर स्थित अपने ससुराल से बबुआ घाट तक पहुंचती है। संतोष कहती हैं कि मै अपने आप को इस मामले में सौभाग्यशाली मानती हूं कि उन्हें यह व्रत करने की प्रेरणा मुंगेर से मिली, क्योंकि धर्म ग्रंथों में छठ पर्व का उल्लेख मिलता है कि मां सीता ने चौदह साल के बनवास के बाद इसी मुंगेर की धरती पर सूर्योपासना की थी। जिसकी प्रमाणिकता आज भी सीताचरण में देखने को मिलती है। समर्पण एवं विनम्रता के प्रतीक इस महापर्व को पूरे बिहार के लोगों द्वारा मनाया जाना भी देश दुनिया में बिहार की पहचान है। श्रीमती यादव ने इस बात को लेकर थोड़ी ¨चता जाहिर किया कि महापर्व के दौरान जिस तरह से हम गंगा नदी के प्रति अपनी आस्था जाहिर करते है वो हमेशा के लिए क्यूं नहीं रह पाता। यदि ऐसा हो तो हमें गंगा के किनारे गंदगी का अंबार देखने को नहीं मिलता। इसलिए हमें इस इस महापर्व पर अपनी संस्कृति के साथ इस धरोहर को भी संरक्षित करने का संकल्प लेना चाहिए, तभी हमारी आस्था सार्थक होगी। मुंगेर पहुंचने पर राजद के राज्य परिषद सदस्य शिशिर कुमार लालू ने उनका स्वागत किया ।