खुलासा: मुंगेर के हथियार तस्करों ने बदला ठिकाना, अब बंगाल में बनवा रहे मौत के सामान
मुंगेर में पुलिस दबिश के कारण वहां के हथियार तस्कर अब बंगाल में हथियार निर्माण्ा करा रहे हैं। वहां से मौत के ये सामान फिनिशिंग के लिए मुंगेर लाए जाते हैं।
मुंगेर [सैफ अली]। मुंगेर में पुलिस और एसटीएफ की बढ़ती दबिश के कारण हथियार तस्करों ने अब अपना ठिकाना बदल लिया है। अवैध हथियार निर्माण से जुड़े लोगों ने पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों में अपना ठिकाना बना लिया है। वहां बड़े पैमाने पर अवैध हथियारों का निर्माण किया जाता है। इसके बाद उन्हें फिनिशिंग के लिए मुंगेर लाया जाता है। फिर, उनपर पंचिंग के दौरान हथियारों पर दुनिया के किसी भी ब्रांडेड कंपनी के नाम लिख दिए जाते हैं।
अर्धनिर्मित हथियारों के साथ तस्कर गिरफ्तार
बीते कुछ वर्षो में दिल्ली, मुंबई, उत्तरप्रदेश और पश्चिम बंगाल में मुंगेर के बने हथियार बरामद किए गए हैं। उसके बाद से पुलिस व खुफिया विभाग की नजरें मुंगेर के हथियार तस्करों पर जम गई है। ताजा बात करें तो मंगलवार को भी पुलिस ने पश्चिम बंगाल से लाए गए 49 अर्धनिर्मित पिस्टल के साथ एक हथियार तस्कर भोलू को गिरफ्तार किया है। ये पिस्टल मुंगेर में फिनिशिंग के लिए ही लाए गए थे।
इसके पहले बीते 19 मई को भी मुंगेर पुलिस ने कासिम बाजार थाना क्षेत्र के हेरु दियारा से चार लोगों को 80 पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया था। इस मामले में एसपी ने खुलासा किया था कि सभी हथियार तस्कर कोलकाता से हथियार खरीद कर मुंगेर ला रहे थे। मुंगेर में हथियारों को फाइनल टच दिया जाता। इसके बाद हथियारों की तस्करी की जाती।
वर्ष 2016 में मुंगेर के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बरदह गांव में छापेमारी कर 1000 पिस्टल बरामद किए गए थे। एक हथियार तस्कर को भी गिरफ्तार किया गया था । इसके साथ ही इनपुट के आधार पर पश्चिम बंगाल के बर्धमान में छापामारी की गई और वहां से भी 1500 पिस्टल बरामद किए गए थे।
बंगाल के इन इलाकों में बनते हथियार
सूत्रों की मानें तो पश्चिम बंगाल के कालियाचक, बर्धमान, बोलपुर व मालदा जैसे जिलों में हथियार तस्करों की पैठ बनी हुई है। वे वहां से थोक भाव में अर्धनिॢमत हथियारों की खरीद कर रहे हैं। इसके बाद उन्हें फिनिशिंग के लिए मुंगेर ले आते हैं।