यक्ष्मा लाइलाज नहीं, सरकारी अस्पतालों में कराएं जांच
मधुबनी । जिला यक्ष्मा केन्द्र सदर अस्पताल मधुबनी कैंपस में विश्व यक्ष्मा दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
मधुबनी । जिला यक्ष्मा केन्द्र, सदर अस्पताल, मधुबनी कैंपस में विश्व यक्ष्मा दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें एएनएम स्कूल की छात्राओं एवं यक्ष्मा विभाग अन्तर्गत कार्यरत अन्य कर्मियों ने भाग लिए। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार एएनएम स्कूल की छात्राओं एवं यक्ष्मा विभाग के कर्मियों द्वारा प्रभात फेरी निकाली गई। जिसे सिविल सर्जन डा. हरि किशोर सिंह एवं सीडीओ डा. आरके सिंह द्वारा झंडा दिखाकर रैली को रवाना किया। उक्त रैली अस्पताल कैंपस से होते हुए पंचवटी चौक, राधोनगर, भौआड़, कोतवाली चौक, डीएम आवास होते हुए सदर अस्पताल स्थित यक्ष्मा कार्यालय में समाप्त हुई।
यक्ष्मा कार्यालय स्थित पंडाल में एक सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें सिविल सर्जन, एसीएमओ, सीडीओ प्रमोद कुमार, यूनिसेफ से डॉ. सांवत पात्रा, एवं अन्य कार्यक्रम पदाधिकारी ने भाग लिए एवं यक्ष्मा संबंधी कार्यक्रम पर प्रकाश डाला।कहा गया कि सरकार द्वारा जो लक्ष्य रखा गया है उसके अनुसार यक्ष्मा देश से वर्ष 2025 तक यक्ष्मा का उन्मूलन कर लिया जाएगा। लोगों को यक्ष्मा होने व इससे बचाव के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे कार्याें की विस्तार से जानकारी दी गई। कहा गया कि सरकारी स्तर पर इस बीमारी के लिए निश्शुल्क जांच व दवा की व्यवस्था है। जो सभी अत्याधुनिक तकनीक से लैश है। इस अवसर पर एएनएम स्कूल की करीब 100 छात्राओं के बीच 45 मिनट का क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें यक्ष्मा संबंधी लगभग 30 प्रश्न का सेट दिया गया। जिसमें तीन सफल प्रतिभागी को सिविल सर्जन व अन्य अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया। प्रथम तीन में आने वाली शिक्षा कुमारी, कामिनी कुमारी व शिवानी कुमारी हैं।
अंत में सीडीओ डा. आरके सिंह, द्वारा जिले के यक्ष्मा कार्यक्रम का पूरा विवरणी देते हुए प्रकाश डाला। एसीएमओ ने कहा कि यक्ष्मा का इलाज समय से कराये जाने पर यह रोग ठीक हो जाता है। इनके अलावा सेमिनार में उपस्थित सभी पदाधिकारियों के यक्ष्मा के कारणों और उसके इलाज पर विस्तार से प्रकाश डाला।