Move to Jagran APP

बलान नदी में हो रहे कटाव से बलानसेर के ग्रामीणों की नींद उड़ी

बाबूबरही प्रखंड क्षेत्र के तिरहुता पंचायत के बलानसेर गांव में बलान नदी द्वारा हो रहे तीव्र कटाव से ग्रामीणों की चैन छीन गई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 04 Oct 2019 11:30 PM (IST)Updated: Fri, 04 Oct 2019 11:30 PM (IST)
बलान नदी में हो रहे कटाव से बलानसेर के ग्रामीणों की नींद उड़ी
बलान नदी में हो रहे कटाव से बलानसेर के ग्रामीणों की नींद उड़ी

मधुबनी, जेएनएन। बाबूबरही प्रखंड क्षेत्र के तिरहुता पंचायत के बलानसेर गांव में बलान नदी द्वारा हो रहे तीव्र कटाव से ग्रामीणों की चैन छीन गई है। लोग सहमे हुए हैं। ग्रामीण रामलषण राउत समेत अन्य लोगों ने बताया कि पूर्व में यह नदी ग्रामीणों के लिए वरदान साबित होता था। नदी में सालों भर पानी रहता। फसलें लहलहाती थी। कितु वर्ष 1987,2004 एवं 2019 की बाढ़ की विभीषिका लोगों के जनजीवन को तो अस्त व्यस्त किया ही 25 एकड़ से अधिक भूमि को लील गई। गांव में 99 फीसदी आबादी अतिपिछडों की है। जो गरीब व मध्यम वर्ग के हैं। सहज ही जिनके जमीन नदी लील गई उनका जीवन मझधार में आ लटका है। ऐसे लोगों में रामबहादूर राउत, श्याम राउत, सिफफति लाल राउत,मनोज राउत,गंगा प्रसाद राउत, रामप्रसाद राउत, जंतलाल राउत, महाबीर यादव, श्रीकृष्ण राउत, रामलखण राउत ,विष्णु राउत आदि का नाम शामिल हैं। पूर्व के प्राथमिक विद्यालय की जमीन व हनुमान मंदिर नदी में समा गई है। पूर्व जिला पार्षद के अनुशंसा पर बनी खरंजा वाली सड़क कट गईहै। अब नदी का रूख श्रवण कुमार राउत, देवनारायण राउत, लक्ष्मण राउत,श्री कृष्ण राउत के आवासीय घर की ओर हो गया है। कई अन्य लोगों का भी घर है। सो ये लोग भी दहशत में हैं। रामलखण राउत ने बताया कि एक वर्ष पूर्व विभागीय कुछ अभियंता आए थे। आश्वासन दे गए कि कटाव रोधी कार्य होगा। कितु यह आज तह नहीं हो सका। ग्रामीणों ने कहा कि सरकार कटाव रोधी कार्य प्रारंभ करें वरना ये लोग कहीं का नहीं रहेंगे। बताया गया कि संस्कृत शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष भारती मेहता का घर भी इसी गांव में है।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.