Move to Jagran APP

ग्रामीणों ने मतदान बहिष्कार का निर्णय लिया वापस

मधुबनी। सागरपुर पंचायत के मोहनबढि़याम वासियों के द्वारा घोषित सड़क नहीं तो वोट नहीं के तहत मतदान बहिष्कार के निर्णय से स्थानीय प्रशासन हरकत में आया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 29 Oct 2020 10:59 PM (IST)Updated: Thu, 29 Oct 2020 10:59 PM (IST)
ग्रामीणों ने मतदान बहिष्कार का निर्णय लिया वापस
ग्रामीणों ने मतदान बहिष्कार का निर्णय लिया वापस

मधुबनी। सागरपुर पंचायत के मोहनबढि़याम वासियों के द्वारा घोषित सड़क नहीं तो वोट नहीं के तहत मतदान बहिष्कार के निर्णय से स्थानीय प्रशासन हरकत में आया। मंगलवार को प्रखंड विकास पदाधिकारी महेश्वर पंडित, अंचलाधिकारी पंकज कुमार व सकरी थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने सागरपुर पंचायत के वार्ड संख्या 11,12, 13 व 14 के मतदाताओं से मिलकर उनकी समस्याएं सुनी और उक्त सड़क का मुआयना भी किया। जिस जर्जर सड़क के लिए बरसों से वहां के लोग उद्धारक की राह देख रहे हैं। बीडीओ ,सीओ ने वहां के लोगों को समझाते हुए कहा कि आदर्श आचार संहिता लागू होने की वजह से अभी कोई ऐसी घोषणा नहीं की जा सकती। मतदान करना हर मतदाता का प्रथम कर्तव्य बनता है। मतदान बहिष्कार से विकास नहीं होता है। मतदान मतदाताओं का वह अधिकार है जिसके तहत वे अपने जनप्रतिनिधि को चुनते हैं। अत: अपने गांव के सर्वांगीण विकास के लिए मतदान अवश्य करें। रही बात सड़क निर्माण की तो सभी वरीय पदाधिकारियों ने इसे संज्ञान में लिया है। चुनाव संपन्न होने के उपरांत जो नई सरकार बनेगी तथा जो प्रतिनिधि यहां से विजयी होंगे उन्हें यहां की सड़क की वर्तमान हालत के बारे में अवगत कराया जाएगा। तथा प्रयास किया जाएगा कि चुनाव के उपरांत यथाशीघ्र उक्त सड़क बने। ताकि यहां के जो मतदाता स्थानीय लोग उक्त जर्जर सड़क से बदतर स्थिति में रहने को मजबूर हैं उन्हें शिकायत का मौका नहीं मिले। प्रशासनिक पदाधिकारियों से आश्वासन मिलने के उपरांत स्थानीय लोगों ने पूर्व मुखिया मो. नौशाद आलम के नेतृत्व में प्रशासनिक पदाधिकारियों को मतदान में शामिल होने का आश्वासन दिया। उनसे आग्रह किया की चुनाव के उपरांत सड़क का उद्धार हो जाय। एनएच 57 के किनारे मोहनबढि़याम मकतब स्थित मतदान केन्द्र पर तथा सड़क किनारे लगे मतदान बहिष्कार के बैनरों व पोस्टरों को प्रशासनिक पदाधिकारियों ने अपने सामने हटवाया। उन्होंने समस्त ग्रामीणों मतदाताओं को सफलतापूर्वक मतदान में शामिल होने अपने मताधिकार का प्रयोग की अपील किया।

loksabha election banner

क्या था मामला:- सागरपुर पंचायत के मोहनबढि़याम के अंतर्गत आने वाले वार्ड संख्या 11, 12 ,13 व 14 के मतदाताओं ने इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में मतदान बहिष्कार का निर्णय लिया था। लगभग 22 सौ मतदाताओं वाले मोहनबढि़याम गांव में आज भी मुख्य सड़क उद्धारक की बाट जोह रहा है। गांव में कोई पक्की सड़क नहीं बनी है। जिस कारण गांव में अन्य वाहनों को कैन कहे साइकिल व पैदल चलना बरसात में कठिन हो जाता है। बीमार पड़ने पर लोगों को खाट पर उठाकर लगभग एक किलो मीटर लंबा सफर तय कर मुख्य सड़क पर आना पड़ता है। इसको लेकर गांव के सैकड़ों लोगों ने पंचायत के मुखिया ,स्थानीय विधायक ,प्रखंड कार्यालय, अनुमंडल कार्यालय व जिला मुख्यालयों तक सड़क निर्माण के लिए आवेदन दे चुके थे। लेकिन किसी ने इनकी एक भी नहीं सुनी तो अंतत: समस्त ग्रामीणों ने निर्णय लिया कि सड़क नहीं तो वोट नहीं। सभी एकजुट हो सागरपुर पंचायत के उक्त चारों वार्ड के सभी मतदाताओं ने मतदान बहिष्कार का निर्णय लिया है। बूथ संख्या 293, 293(क) तथा 294 के मतदाताओं ने स्पष्ट रूप से पोस्टर व बैनर के सहारे प्रशासनिक व जनप्रतिनिधियों को अपने नाराजगी से अवगत करा दिया है। सागरपुर पंचायत के पूर्व मुखिया मो. नौशाद, ग्रामीण सुरेश राम ,भरत राम, नूरजहां खातून सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने कहा कि बरसात के समय हालत नारकीय हो जाती है। जहां चारों ओर पानी और कीचड़ ही रहता है। घरों से निकलना सबों के लिए मुश्किल हो जाता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.