वाजपेयी केवल भाजपा के सूत्रधार नहीं, देश के सर्वमान्य नेता थे
स्थानीय नगर भवन में मंगलवार को भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में सर्वदलीय श्रद्धांजलि सभा का आयोजन समिति के संयोजक सतीश प्रसाद मेहता और विधान पार्षद सुमन कुमार महासेठ के संयोजकत्व में किया गया। जिसमें सभी दलों के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में लिया।
मधुबनी। स्थानीय नगर भवन में मंगलवार को भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में सर्वदलीय श्रद्धांजलि सभा का आयोजन समिति के संयोजक सतीश प्रसाद मेहता और विधान पार्षद सुमन कुमार महासेठ के संयोजकत्व में किया गया। जिसमें सभी दलों के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में लिया। कार्यक्रम के प्रारंभ में वेदाचार्यो द्वारा मंगलाचरण, वेदपाठ, शांतिपाठ किया गया। स्थानीय कलाकारों द्वारा राष्ट्रीय गीत, निर्गुण प्रस्तुत किया गया। पुष्पांजलि करते हुए विधान पार्षद सुमन कुमार महासेठ ने कहा कि अटल जी जन जन के नेता थे। वे न केवल भाजपा के सूत्रधार थे बल्कि देश के सर्वमान्य नेता थे। सभी राजनीतिक दलों के नेता से उनके व्यक्तिगत संबंध थे और उनका एक ही उद्देश्य था राष्ट्र की सेवा। पुष्पांजलि अर्पित करने वालों में प्रो.गंगाराम झा, सांसद वीरेन्द्र कुमार चौधरी, पूर्व विधायक रामदेव महतो, अरूण शंकर प्रसाद, रामप्रीत पासवान, रालोसपा विधायक सुंधाशु शेखर, जदयू जिलाध्यक्ष अब्दुल कैयूम, कांग्रेस के अमानुल्लाह खान, लोजपा अध्यक्ष सज्जन ¨सह, प्रकाश चंद्र झा, डॉ पीके झा, प्रवीण झा, दोरिक पूर्वे, नवीन ठाकुर, उपेन्द्र यादव, डॉ साकेत महासेठ, जनमेजय ¨सह, रंधीर खन्ना, डॉ शिव कुमार पासवान, विनोद प्रसाद, शंकर झा, मनोज कुमार मुन्ना, विकास कुमार, सुबोध चौधरी, अमरजीत कुमार, सुमित कुमार, हिमांशु कुमार, चेतना समिति के उमेश मिश्र, उदय जायसवाल, डॉ किरण कुमारी झा, बेबी झा, डॉ मीना कुमारी, प्रो.शुभ कुमार वर्णवाल, प्रो.लाल बाबू साह, महादेव मिश्र, प्रहलाद पूर्वे, नवीन जायसवाल, शशिभूषण राउत, राजद प्रवक्ता अवधेश कुमार तिवारी, अजय प्रसाद, आदित्य कुमार, नवल झा, अमरनाथ प्रधान, विनोद कुमार, अशोक पासवान, बद्री राय, स्वर्णिम कुमार, मिथुन गुप्ता, मनीष पासवान,अभिजीत कुमार, कृष्ण कुमार महासेठ, शिवनारायण, पंकज मेहता, अरूण सहारा, सुनील पूर्वे, सहित दर्जनों अन्य थे। सभागार में अटल जी के जीवन पर वृत चित्र, कविताएं, यूएनओ में भाषण प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाया गया। सभी आगत अतिथियों के लिए अपने अपने उदगार व्यक्त करने के लिए रजिस्टर की भी व्यवस्था की गई। श्रद्धांजलि सभा पांच बजे तक शाम चलती रही।