कपड़े और जूट आदि से बने थैलों का करें इस्तेमाल
प्लास्टिक का उपयोग बन्द करने को लेकर जागरूकता पैदा करने के मकसद से मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय परिषद द्वारा मंगलवार को प्रखंड के बीरपुर स्थित सरस्वती ज्ञान पब्लिक स्कूल परिसर में एक सभा आयोजित की गई।
मधुबनी। प्लास्टिक का उपयोग बन्द करने को लेकर जागरूकता पैदा करने के मकसद से मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय परिषद द्वारा मंगलवार को प्रखंड के बीरपुर स्थित सरस्वती ज्ञान पब्लिक स्कूल परिसर में एक सभा आयोजित की गई। जिसमें स्कूल के बच्चों के अलावा बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया। स्कूल के प्रधानाचार्य प्रकाश प्रभात की अध्यक्षता में हुई इस सभा का उद्घाटन प्रखंड प्रमुख आर पी मंडल ने किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि करीब पचास साल पहले जब प्लास्टिक का इस्तेमाल शुरू हुआ था तो लोगों ने यह नही समझा था कि रो•ामर्रा की ¨•ादगी मे इसका इस्तेमाल मानव जाति और धरती के लिए इतना खतरनाक होगा।मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय परिसर के प्रदेश अध्यक्ष रोहित कुमार ¨सह ने कहा कि सरकार ने प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसलिए कि यह पर्यावरण की सुरक्षा के लिए चुनौती बन गया है। उन्होंने सभा मे उपस्थित ग्रामीणों तथा बच्चों से प्लास्टिक की थैली की जगह कपड़े और जूट इत्यादि से बने थैलों का इस्तेमाल करने की सलाह दी
संस्था के प्रदेश सचिव विकास कुमार झा ने कहा कि प्लास्टिक के उपयोग से तरह तरह की बीमारियां पैदा हो रही हैं। नदियों एवं जल स्त्रोतों में जमा होने से यह जल प्रवाह को रोक रहा है। साथ ही जलाने से इससे हानिकारक गैसें निकलती हैं। प्रधानाचार्य श्री प्रभात ने बच्चों तथा लोगों से प्लास्टिक का उपयोग बन्द करने हेतु जागरूकता पैदा करने की आह्वान किया। सभा मेकी पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित थे। सभा मे उपस्थित लोगों ने प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करने का संकल्प लिया।