हजारों श्रद्धालुओं ने किया पवित्र नदी में स्नान
भाई-बहन के महान पर्व भ्रातृ दुतिया के पावन अवसर पर प्रखंड के ब्रह्मपुरी गांव के अखरहरघाट स्थित धार्मिक मान्यताओं वाली विग्घी-यमुनी नदी के पवित्र संगम स्थल पर शुक्रवार को नेपाल समेत इलाके के हजारों श्रद्धालुओं ने स्नान कर त्रिलोकीनाथ महादेव का जलाभिषेक किया।
मधुबनी । भाई-बहन के महान पर्व भ्रातृ दुतिया के पावन अवसर पर प्रखंड के ब्रह्मपुरी गांव के अखरहरघाट स्थित धार्मिक मान्यताओं वाली विग्घी-यमुनी नदी के पवित्र संगम स्थल पर शुक्रवार को नेपाल समेत इलाके के हजारों श्रद्धालुओं ने स्नान कर त्रिलोकीनाथ महादेव का जलाभिषेक किया। और संगम नदी किनारे लगे भव्य व आकर्षक मेले का आनंद उठाया।
इस धार्मिक व एतिहासीक स्थल पर पड़ोशी राष्ट्र नेपाल एवं भारतीय ईलाके की बड़ी संख्या में महिलाएं एवं युवतियां यहां पहुंचकर इस पवित्र संगम नदी में स्नान कर संगम स्थल किनारे अखरहरघाट स्थित त्रिलोकीनाथ महादेव मंदिर में शिव¨लग का जलाभिषेक कर पूजा अर्चणा की। इस अवसर पर नदी किनारे लगे मेला का आंनन्द उठया। मेला आयोजन समिति के संचालक चंदन कुमार ने बताया कि इस संगम नदी स्थल की कई धार्मिक मान्यताएं है दिपावली के बाद भ्रातृ दुतिया के पावन अवसर पर महिलाएं और युवतियां इस पवित्र संगम नदी में स्नान कर महादेव का जलाभिषेक कर विधिवत पूजा अचर्णा करती है। इसके बाद मेला का आनंद उठाते हैं। नदी में स्नान के दौरान संगम नदी से मिट्टी लेकर अपने-अपने घर लैटती है। ऐसी मान्यता है कि छठ पर्व के खरना के दिन लोक आस्था का मिथिला की परंपरागत 15 दिवसीय पर्व सामाचकेवा की प्रतिमाओं का निर्माण इसी मिट्टी से करती है। यह परंपरा 1915 ई. से चली आ रही है। लोगों की मान्यता है कि इस पवित्र संगम नदी में स्न्ना करने से सभी पाप धूल जाते है। इस मेले में छोटे बड़े सभी परिवार की महिला, युवतियां यहां आती है और संगम नदी में स्नान कर अपने को पवित्र समझती है। मेला स्थल पर सभी तरह के दुकान एवं खेल तमाशे के साथ ही कुश्ती प्रतियोगिता का भी आयोजन होता है।
मेला के सफल संचालन के लिए मेला आयोजन समिति के जगदीश महतो, किशोरी महतो, विकाउ यादव, निर्धन मंडल, मांझी महतो, मुखिया अमरेन्द्र राय सहित अखरहर एवं ब्रह्मपुरी गांव के संपूर्ण ग्रामीण जुटे हुए है।